HomeUPSCIAS DIPANKAR CHOUDHARY : पहले IPS बने और उसके बाद यूपीएससी टॉप...

IAS DIPANKAR CHOUDHARY : पहले IPS बने और उसके बाद यूपीएससी टॉप कर बने IAS OFFICER

“इम्तेहान तेरे खत्म नहीं होंगे, मेहनत कर ये वक्त अभी नहीं रुकेगा.”

Success Story Of IAS Dipankar Choudhary : यूपीएससी (UPSC) परीक्षा कितनी अधिक कठिन होती है आप इस बात का अंदाज़ इससे ही लगा सकते है की इस परीक्षा को पास करने के लिए स्टूडेंट को कई बार सालो तैयारी करनी पड़ती है किंतु उसके बावजूद भी वे इस परीक्षा में सफल नही हो पाती है. किंतु कई बार ऐसे स्टूडेंट भी होते है जो इस परीक्षा को पास तो कर लेते है किंतु अपनी पसंद की पोस्ट न मिलने के कारण फिर से तैयारी करते है ओर मनचाहा पद पाकर ही दम लेते है.

दीपांकर चौधरी (IAS DIPANKAR CHOUDHARY) भी ऐसे ही स्टूडेंट में से एक है जिन्होंने 2019 में अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी सीएसई परीक्षा में 42वीं रैंक प्राप्त की है. हालांकि, इससे पहले के प्रयास में भी वे यूपीएससी की परीक्षा में सेलेक्ट हुए थे और उनकी रैंक 166 आई थी. इस रैंक के कारण उस समय उन्हें आईपीएस सेवा एलॉट हुई थी.

उन्होंने IPS की पोस्ट के लिए ज्वॉइन भी कर लिया था और यह अटेम्पट उन्होंने सेवा में रहते हुए ही दिया. अपने चौथे अटेम्पट में उन्होंने UPSC की परीक्षा में टॉप करते हुए एक बार फिर से सफलता हासिल की और इस बार आईएएस का पद पाने में सफल हुए. आइए आज की सक्सेस स्टोरी में दीपांकर चौधरी के संघर्षो ओर सफलता के बारे में जानते है.

यह भी पढ़े : IAS AMOL SRIVASTAVA : प्रॉपर स्ट्रेटजी और प्लांड स्टडी से पास की UPSC परीक्षा

IAS Ashish Kumar

IAS DIPANKAR CHOUDHARY का बचपन ओर शिक्षा (Education)                                              

दीपांकर चौधरी का जन्म झारखंड राज्य में हुआ ओर उनका पूरा बचपन वही पर बीता. उनकी प्राइमरी तक की एजुकेशन भी वहीं से पूरी हुई, उसके बाद वे आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए. जहां से उन्होंने अपनी बची हुई स्कूल की शिक्षा के साथ अपना ग्रेजुएशन भी कम्प्लीट किया. दीपांकर ने साल 2015 में अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी कर ली.

इंजीनीयरिंग की डिग्री के बाद उन्होंने कुछ समय तक जॉब भी की और जॉब करने के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का फ़ैसला किया. दीपांकर चौधरी ने साल 2016 से यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना शुरू किया, यूपीएससी परीक्षा के पहले दो अटेम्पट में उनका सेलेक्शन नहीं हुआ.

तीसरे अटेम्पट में वे चयनित हुए और आईपीएस सेवा के लिए उनका चयन हुआ. हालांकि उन्होंने इस दौरान भी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी जारी रखी और अंततः अपने चौथे प्रयास में आईएएस ऑफ़िसर बनने में कामयाब हुए.

यह भी पढ़े : IAS DILIP KUMAR : अंग्रेजी के डर को हराकर हिंदी में इंटरव्यू देकर बने IAS ऑफ़िसर

IAS DIPANKAR CHOUDHARY

यूपीएससी की तैयारी के लिए कौनसी किताब पढ़े

यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए बुकलिस्ट के बारे में बात करने पर दीपांकर ने एक इंटरव्यू में बताया हैं कि इस परीक्षा के लिए किताबों के चयन को लेकर कोई हार्ड एंड फास्ट रूल नहीं है, जिस स्टूडेंट को जो किताब अच्छी लगे, ओर जो समझ में आ जाए वो उस किताब को तैयारी के लिए चुन सकता है.

यूपीएससी की प्रिपरेशन के लिए कुछ फेमस राइटर्स हैं जिनकी किताबें ही सामान्यतः ज़्यादातर कैंडिडेट चूज करते हैं तो आप भी अपनी सहूलियत के हिसाब से उनमे से जो अच्छी लगे उसका चयन कर सकते हैं. इस विषय में आगे बात करते हुए दीपांकर कहते हैं कि करेंट अफ़ेयर्स की तैयारी के लिए मंथली करेंट अफेयर्स मैगजींस बहुत जरूरी हैं, आप चाहे तो इनका कंपाइलेशन पढ़ें. इग्नू का स्टडी मैटीरियल और एनआईओएस का विषय विशेष का स्टडी मैटीरियल भी आप चाहे तो इस परीक्षा की तैयारी के लिए देख सकते हैं.

इग्नु ओर एनआइओएस में मैटर कुछ ज्यादा है पर यह तैयारी में आपकी मदद करता है. आप चाहें तो सिलेबस के हिसाब से मैटीरियल पढ़ें और जो भी आपको आपके काम का न लगे उसे छोड़ते हुए आगे बढ़ते चलें. हालांकि यूपीएससी जैसी परीक्षा में अगर समय है तो जितना ज्यादा हो सके उतना पढ़ लें, बजाय इस बात के कि जितना कम हो सके उतना कम पढ़ें.

इस परीक्षा की तैयारी के दौरान आप न्यूज़ पेपर पढ़ना न भले इसके लिए आप कोई भी एक न्यूज पेपर जो आपको पसंद हो वह पढ़ते रहें क्योंकि इस परीक्षा के लिए आपको अपने आस पास की गतिविधियों के बारे में अवैयर रहना होगा इसके लिए आपको पेपर पढ़ना बहुत जरूरी है.

यह भी पढ़े : IRS KULDEEP DWIVEDI : सिक्योरिटी गार्ड का बेटा, उधार की किताबों से तैयारी कर बना IAS OFFICER

पिछले ढ़ाई साल का करेंट अफेयर्स ज़रूर पढ़े

दीपांकर चौधरी दूसरे कैंडिडेट्स से अलग राय रखते हुए कहते हैं कि इस परीक्षा के लिए कम से कम ढ़ाई साल से तीन साल के करेंट अफेयर्स आपको पढ़ने चाहिए.

वे इस बारे में कहते हैं कि आजकल परीक्षा का जो पैटर्न हो गया है इसमें करेंट अफेयर्स को यह न कहकर कंटेम्परेरी अफेयर्स कहना ज़्यादा बेहतर होगा. उनके अनुसार ज़्यादा नही तो कम से कम ढ़ाई साल के करेंट अफेयर्स तो स्टूडेंट को कवर करने चाहिए.

दीपांकर चौधरी अगला सफलता के लिए जरूरी बिंदु मानते हैं टेस्ट पेपर्स को. इस बारे में बात करते हुए वे कहते हैं कि आप जितना अधिक हो सके उतना ज़्यादा टेस्ट दें और इस बात का ध्यान रखें कि सिर्फ़ पेपर देने भर से ही आपका काम पूरा नहीं हो जाता.

पेपर देने के बाद आप उसे अलग से दो-तीन घंटे निकालकर एनालाइज करें. यह ज़रूर देखें कि आपसे कहां पर ओर क्या गलती रह गई थी और उस गलती को कैसे दूर किया जा सकता है. अगर आप सही समय पर अपनी गलती को दूर नहीं करेंगे तो आपका टेस्ट पेपर देना ही बेकार है.

दीपांकर पढ़ाईं के साथ-साथ उसके रिवीजन पर भी बहुत अधिक जोर देते हैं. वे कहते हैं अगर आपने अपने द्वारा पढ़े हुए को अच्छे से और बार-बार रिवाइज नहीं किया तो आपका पढ़ा हुआ सब बेकार चला जाएगा, फिर चाहे आप कितना भी अधिक पढ़ लें.

अपने केस में तो वे बताते हैं कि उन्होंने इतनी अधिक बार रिवीज़न कर लिया था कि उनकी नजरों में अपने द्वारा पढ़े हुए की एक फोटोग्राफिक इमेज बन गई थी. वे यह तक बता सकते थे कि किताब के किस पैरा में कहां पर ओर किस लाइन में यह बात लिखी है. इसलिए तैयारी के साथ-साथ उसका रिवीजन ज़रूर करें.

यह भी पढ़े : IAS NITISH KUMAR SINGH : छोटे शहर में रहकर की यूपीएससी की तैयारी कर बने IAS OFFICER

दीपांकर की यूपीएससी ऐस्पिरंट्स के लिए सलाह 

दीपांकर यूपीएससी की तैयारी के विषय में सलाह देने के अलावा भी एक बात और कहते हैं कि तैयारी के साथ-साथ अपनी फिजिकल और मेंटल हेल्थ का भी उतना ही ध्यान रखें.

इस परीक्षा की तैयारी कई बार इतनी अधिक लंबी खिंचती है और उस स्थिति में पढ़ने के लिए इतने घंटे बैठना पड़ता है कि अगर आप पूरी तरह से फिट नहीं होंगे तो कभी भी अपने द्वारा तय किए गए टारगेट पूरा नहीं कर पाएंगे.

सबसे जरूरी है कि आप अपने शेड्यूल में तैयारी के साथ ही एक्सरसाइज को भी ज़रूर शामिल करें ही और कुछ ऐसा ज़रूर करे जिससे आपका दिमाग फ्रेश रहे.

वे अपने बारे में बताते हैं कि कैसे तैयारी के दौरान वे सुबह 5.30 बजे उठ जाते थे और दो-तीन किलोमीटर तक रनिंग ज़रूर करते थे. इसके साथ ही वे अपनी हॉबी अर्थात् गिटार बजाने में भी कुछ समय व्यतीत करते थे.

दीपांकर चौधरी कहते हैं तैयारी सबसे जरूरी है, उस पर ध्यान दें और बाकी के फ़ालतू के कामों में अपना समय बर्बाद न करें लेकिन अपनी हेल्थ को कभी भी गैरजरूरी न मानें.

क्योंकि लम्बे समय में आपकी सेहत ही तैयारी करने में आपका साथ देगी. अगर आप स्वस्थ नहीं होंगे तो किस प्रकार से यूपीएससी की यह जंग जीतेंगे.

ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.

तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…

Explore more articles