“आप जिस क्षेत्र में माहिर है, उसी में आगे बढ़ने से मिलेगी निश्चिंत सफलता”
SRIDHAR PINNAPUREDDY SUCCESS STORY : जब परिस्थितिया विपरीत होती है तब लोगो को अच्छा काम भी गैर-जरुरी और व्यर्थ नज़र आता है, इसके साथ ही सबसे पहले अपने निकट के लोग ही साथ देना छोड़ देते है.
पहले आर्थिक दिवालियापन, उसके बाद काम की शुरुआत करने की सोची तो बनी बनाई टीम ने साथ छोड़ दिया निवेशकों ने मुँह फेर लिया इतना सब कुछ होने के बावजूद भी हिम्मत नहीं हारी और खड़ा कर दिया वर्ल्ड क्लास लेवल का बिज़नेस एम्पायर.
जी हां हम आज की कहानी में जिनके बारे में बताने जा रहे है उनका नाम श्रीधर पिन्नापुरेड्डी (SRIDHAR PINNAPUREDDY) है और यह सब कुछ मात्र 45 वर्षीय युवा के जीवन काल में एक के बाद एक घटित हुआ, शायद इनकी जगह कोई और होता तो हिम्मत हार जाता.
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बचपन से था COMPUTER के प्रति लगाव
श्रीधर को अपने बचपन से कंप्यूटर के प्रति बेहद लगाव था और शायद बालमन ने ही उसी समय से अपना कॅरियर इसी फील्ड में बनाने का मानस कर लिया था, जो आज हमारे सामने ‘CtrlS’ डाटा सेण्टर लिमिटेड के रूप में मौजूद है.
श्रीधर की यह कंपनी आज 300 करोड़ का टर्न ओवर करती है इसके साथ ही यह जिस क्षेत्र में काम करते है वहा पर इनकी टक्कर विश्व की बड़ी दिग्गज कंपनियों जैसे – गूगल, फेसबुक, एडब्लूएस से है, श्रीधर ने इसके साथ ही कुल तीन कंपनियों का निर्माण किया है.
इतना सब कुछ होने के बावजूद बिलकुल सरल और शर्मीला स्वाभाव एवं सादा जीवन उच्च विचार व्यक्तित्व वाले है श्रीधर पिन्नापुरेड्डी, आप उन्हें आज भी सुबह के मॉर्निंग वॉक के समय हैदराबाद के पार्क में साइकिल चलाते देख सकते है.
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SRIDHAR PINNAPUREDDY का सफ़र
हैदराबाद के एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे श्रीधर पिन्नापुरेड्डी का सफर कैसा रहा आइये जानते है –
श्रीधर ने अपनी पढाई पूरी करने के बाद अपने कॅरियर की शुरुआत ‘इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर’ के रूप में वर्ष 2001 में की जहा पर कुछ ही वर्षो के बाद श्रीधर को नुक्सान होना स्टार्ट हो गया और हालात दिवालियेपन तक पहुंच गए किन्तु श्रीधर ने इस मुश्किल वक़्त में खुद को और अपने मानसिक संतुलन को संभाले रखा और अपने सभी निवेशकों को पूरा भुगतान कर अपना विश्वास बनाये रखा साथ ही आगे कुछ नया करने की ललक बनाए रखी.
इसके बाद काफी सोच-विचार कर वर्ष 2006 में अपनी टीम से बात कर टियर 4 डाटा सेंटर कंपनी खोलने का निर्णय बताया तो पूरी तकनीकी टीम ने हाथ खड़े करते हुए बेहद जटिल एप्लीकेशन और देखरेख की चुनौतियों के वजह से आईडिया ड्राप करने को बोला साथ ही निवेशकों ने भी नए बिज़नेस में निवेश करने से मना कर दिया किन्तु श्रीधर जानते थे इसी में ही भविष्य है इसलिए हिम्मत न हारते हुए जुट गए अपने काम में और वर्ष 2008 में हैदराबाद में स्टार्ट कर दी अपनी नयी टियर 4 डाटा सेण्टर कंपनी ‘कण्ट्रोलएस (CtrlS)’.
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नाराज़ निवेशको को लिया विश्वास में
श्रीधर ने अपने कदम धीरे धीरे बढ़ाते हुए नाराज हुए निवेशको को एक बार फिर से विशवास में लेकर अपनी कंपनी में वर्ष 2013 में निवेश करवाया, जो श्रीधर का अपने काम के प्रति समर्पण और दृढ इच्छाशक्ति को दर्शाता है.
श्रीधर की कम्पनी बड़े कॉर्पोरेट और बैंकिंग सेक्टर को अपनी सर्विस प्रवाइड करवाती है जहा वे उनकी जरुरत के हिसाब से सेवाए देते हुए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर मेंटेनेंस और सिस्टम सिक्योरिटी देती है. कंपनी अभी तक देश सहित वर्ल्ड में लगभग 2000 से ज्यादा संतुष्ट कस्टमर्स बना चुकी है जिसका की टर्न ओवर 300 करोड़ के बाहर है.

GOOGLE ओर FACEBOOK से सीधी टक्कर
कम लागत में बेहतर सुविधा के सक्सेस फॉर्मूले पर चलने वाले श्रीधर ने विश्व की कई बड़ी दिग्गज आईटी कंपनियों से सीधी टक्कर ली है जिनमे शामिल है – गूगल, फेसबुक, एडब्लूएस (AWS) आदि.
इसी के साथ वर्ष 2014 -15 में एक अन्य कंपनी ‘क्लाउड 4 C’ की भी स्थापना की जो आज लगभग 400 करोड़ का पूंजीकरण करती है और दशक के ख़त्म होते-होते कारोबार 500 करोड़ को पार कर जायेगा.
आखिर में श्रीधर पिन्नापुरेड्डी की कहानी हमें मुश्किल हालातो में अपने संतुलन को बनाये रखते हुए आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है.
ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.
तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…