SEBI NEW RULE: सेबी (Sebi) ने कहा है कि अब निवेशकों को ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) के ऑनलाइन एक्सेस को अपनी इच्छा से ब्लॉक करने की सुविधा दी जायेगी। इसके लिए स्टॉक एक्सचेंजों और सेबी के सहयोग से ब्रोकर्स इंडस्ट्री स्टैंडर्ड्स फोरम द्वारा 1 अप्रैल तक ट्रेडिंग अकाउंट से संबंधित एक फ्रेमवर्क तैयार किया जायेगा।
सेबी बहुत जल्द ही ट्रेडिंग अकाउंट में होने वाली सभी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियो पर रोक लगाने की तैयारी कर रहा है। सेबी ने इस बारे में बात करते हुए शुक्रवार को कहा कि उनके द्वारा 1 अप्रैल तक ट्रेडिंग अकाउंट से संबंधित एक फ्रेमवर्क कर लिया जायेगा।
इस फ्रेमवर्क के उपयोग से ट्रेडिंग मेंबर्स संदिग्ध गतिविधि करने वाले ग्राहकों के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की ऑनलाइन एक्सेस को अपनी इच्छा से ब्लॉक करने की सुविधा दे सकेंगे।
रेगुलेटर ने एक सर्कुलर जारी करते हुए कहा कि स्टॉक एक्सचेंजों और सेबी के सहयोग से ब्रोकर्स इंडस्ट्री स्टैंडर्ड्स फोरम (ISF) के साथ यह फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा। इस फ्रेमवर्क की रूपरेखा में ग्राहक के ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते को स्वेच्छा से फ्रीज या ब्लॉक करने से संबंधित विस्तृत पॉलिसी पर दिशानिर्देश को शामिल किया जायेगा।
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यह फ्रेमवर्क ग्राहकों के लिए इस तरह के ब्लॉकिंग का अनुरोध करने, प्राप्त अनुरोध को प्रोसेस करने एवं ट्रेडिंग खाते को ब्लॉक करने की समय-सीमा को निर्धारित करने के लिए कम्युनिकेशंस के तरीकों का निर्धारण करेगा।
सेबी ने इस बारे में विस्तार से बात करते हुए यह भी कहा कि ट्रेडिंग खाते को फ्रीज या ब्लॉक करने का अनुरोध प्राप्त होने के बाद ट्रेडिंग मेंबर द्वारा इस बारे में एक्शन लिया जायेगा। इसके बाद क्लाइंट को फिर से ट्रेडिंग करने के लिए एक प्रोसेस को पूरा करना होगा।
भारत में वर्तमान समय में स्टॉक ब्रोकिंग इंडस्ट्री कॉल-एंड-ट्रेड टाइप के ऑनलाइन मोड में काम कर रही है। इस प्रोसेस में निवेशक ट्रेडिंग मेंबर्स द्वारा उन्हें दिये गए लॉगिन आईडी और पासवर्ड का उपयोग करते हैं।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India (Sebi) ने इस बारे में कहा कि, ”अक्सर ही कई बार निवेशकों द्वारा ट्रेडिंग के द्वौरान संदिग्ध गतिविधियां देखी जाती हैं। लेकिन वर्तमान समय में अधिकतर ट्रेडिंग मेंबर्स के पास इस प्रकार के खातों को ब्लॉक करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है।”
सेबी द्वारा इस बारे में कहा गया है कि कई बार, निवेशक अपने ट्रेडिंग खातों में संदिग्ध गतिविधियों के मुद्दे उठाते हैं। इन शिकायतों को देखते हुए ट्रेडिंग खातों को ब्लॉक करने की सुविधा प्रदान कराने की आवश्यकता महसूस होती है क्योंकि ऐसी सुविधा एटीएम कार्ड (Debit Card) और क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक करने के लिए उपलब्ध है।
आपको जानकारी के लिए यह बता दें कि डीमैट खातों को स्वैच्छिक रूप से ब्लॉक/फ्रीज करने से संबंधित सुविधा निवेशकों के लिए पहले से ही उपलब्ध है। किन्तु नए नियमो के द्वारा यह सुविधा निवेशकों को उनके ट्रेडिंग खातों के लिए भी दी जाएगी।
सेबी ने स्टॉक एक्सचेंजों से पहल करते हुए यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि इस बारे में नए फ्रेमवर्क के द्वारा जारी दिशानिर्देश 1 जुलाई, 2024 से ट्रेडिंग मेंबर्स द्वारा लागू किए जाने चाहिए।