“सपने वो नहीं जो बंद आँखों से देखे जाए सपने वे होते है जो खुली आँखों के साथ दिन में देखे जाए और उन्हें पुरे किये बिना जीवन में एक कमी सी महसूस हो“
KT RABEEULLAH SUCCESS STORY : एक ऐसे ही इंसान की कहानी है आज हमारी जिसने न सिर्फ सपना देखा बल्कि उसे हक़ीक़त में बदल कर अपनी एक नयी इबारत लिख डाली वो भी विदेश में जहा वे एक सामान्य मजदुर की भांति सिर्फ और सिर्फ अच्छे भविष्य के लिए गए थे। हमारी कहानी के नायक का नाम के टी रविउल्लाह (KT Rabeeullah) है
KT RABEEULLAH – का जन्म ओर बचपन –
के टी रविउल्लाह का जन्म केरल के मल्लापुरम गांव में एक गरीब परिवार में हुआ था जहा पर दो वक़्त की रोटी के लिए भी कई घंटो मेहनत और मजदूरी करनी होती थी उस अभाव में पले बढे के टी रविउल्लाह के मन में हमेशा से ही कुछ बड़ा करने और भविष्य में इस सब से निजात पाने की कश्मकश चलती रहती थी.
KT RABEEULLAH – को कमाई के लिए जाना पड़ा विदेश
अपने और परिवार के बेहतर भविष्य के सुनहरे सपने लिए वे एक सामान्य आदमी की तरह ही औरो के साथ गल्फ देशो में मजदूरी करने के उद्देश्य से गए थे जहा उन्हें मासिक 600 अरब करेंसी की तनख्वाह भी मिलनी शुरू हो गयी लेकिन उनके मन में तो कुछ सपने पल रहे थे जिन्हे मौका पाकर पूरा करना चाहते थे। साथ ही वे उस प्रकार के माहौल से आते थे जहा पर हर परिवार का एक व्यक्ति घर की खुशहाली के लिए विदेश में मजदूरी के काम को अपना नसीब मानकर मजदूरी करता था और साल में एक बार उसे अपने परिवार से मिलने का अवसर मिल पाता था।
KT RABEEULLAH – जब गल्फ मे खराब स्वास्थ्य सुविधा से आया आइडिया
डॉ के.टी. रविउल्लाह जब गल्फ देश में मजदूरी के लिए गए तो वहा का वातावरण उन्हें ज्यादा रास नहीं आया और वे बीमार हो गए उन्होंने देखा की भारत से आये नागरिको के लिए यहाँ पर ज्यादा बेहतर स्वास्थ सुविधाए नहीं है बस यही से उन्हें ख्याल आया की एक ऐसा माध्यम और विकल्प तैयार किया जाए की सभी को जो भी बेहतर स्वास्थ सुविधा लेने में सक्षम नहीं है उसे भी कम कीमत और उचित दाम में अच्छे से अच्छा ट्रीटमेंट मिल सके।
KT RABEEULLAH – स्वास्थ्य सेवा शुरू करने मे रुकावट बनी पैसों की समस्या –
उनका आईडिया तो अच्छा था लेकिन असली समस्या पैसो की थी क्योकि वे खुद भी पैसो के लिए ही अपना देश छोड़कर यहाँ मजदूरी करने के लिए आये थे लेकिन उन्होंने हार ना मानते हुए प्रत्येक माह अपनी तनख्वाह में से थोड़े थोड़े पैसे जोड़ना शुरू किये और लगभग 10 वर्षो बाद उन्होंने सपने को मूर्त रूप देते हुए एक छोटे से हेल्थ सेंटर की नीव रखी।
डॉ रविउल्लाह के इस कार्य मे उनकी मदद वहा के कुछ डॉक्टर्स ने भी की वो कहते है ना की अच्छी नीयत से किये गए काम का नतीजा भी अच्छा ही होता है धीरे धीरे उनकी इस मुहीम को पहचान मिलना शुरू जहा पर कम पैसो में अच्छी स्वास्थ सुविधाये गरीब तबके को दी जाती थी फिर उन्होंने अपनी बेटी के साथ मिलकर ‘शिफ़ा-अल-जज़ीरा’ समूह के बैनर तले एक आधुनिक चिकित्सालय की स्थापना की।
KT RABEEULLAH का सपना
आज जज़ीरा समूह 700 युवा डॉक्टर और 10000 से ज्यादा लोगों की मदद से प्रतिदिन लाखोँ लोगों को समुचित स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा रहा। इसका श्रेय सिर्फ और सिर्फ डॉ रविउल्लाह की दूरदर्शी सोच को जाता है।
आगे डॉ रविउल्लाह का सपना है की अपने इस समूह को ना केवल गल्फ कंट्री तक सिमित रखते हुए सभी देशो में इसकी बुनियाद रखना चाहते है जिस के चलते एक आम आदमी को कम पैसो में अच्छी स्वास्थ सुविधा उपलब्ध हो सके