आपने कभी कुछ ऐसे लोगो के बारे में सुना होगा, की वे जिस कार्य को करते है, उसमे सफलता ही हाथ लगती है. ‘मानो भगवान/खुदा ने उन्हें बड़ी फुर्सत से अपनी सारी शक्तियां एवं समृद्धियाँ देकर भेजा है.’ सफलता हमेशा उनका इन्तजार करती है.
IAS TINA DABI SUCCESS STORY : आज हम बात करने जा रहे है, एक ऐसी ही शख्शियत की जिन पर ये सभी बाते लागू होती है. ये एक संपन्न परिवार से ताल्लुक रखती है, ‘जहां पर सभी प्रकार की सुख-सुविधाओं की कोई कमी नहीं थी’ ये है – आईएएस टीना डाबी (IAS TINA DABI).
TINA DABI का बचपन का ऐशो-आराम
IAS TINA DABI का जन्म 9 नवंबर 1993 को भोपाल (MADHYA-PRADESH) में संपन्न परिवार में हुआ. उनके पिता – जसवंत डाबी एवं माता – हिमानी डाबी दोनों ही UPSC की इंजीनियरिंग सर्विसेज को पास कर टेलीकॉम विभाग में IES के तौर पर कार्य करते थे. उनके पिता तो BSNL में जनरल मैनेजर (GM) की पोस्ट पर तैनात है. लेकिन टीना डाबी ने कभी भी इन सुख-सुविधाओं और माता-पिता के सहयोग का अनुचित लाभ नहीं लिया, बजाय पारिवारिक परम्परा को आगे बढ़ाते हुए प्रथम रैंक के साथ वर्ष 2015 बैच की UPSC परीक्षा पास की.
टीना की 7वीं कक्षा तक की शिक्षा भोपाल में ही पूर्ण हुई. इसके पश्चात वे सपरिवार दिल्ली शिफ्ट हो गए, यहाँ उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई कक्षा 12वीं तक ‘Jesus Marry Convent School’ नई दिल्ली से उत्तीर्ण की. वे अपनी 12वीं कक्षा विज्ञान संकाय से करना चाहती थी, किन्तु अपनी माँ के सुझाव पर उन्होने ‘कला संकाय’ को चुना. उस परीक्षा में राजनीति विज्ञान एवं इतिहास विषय में 100% अंक प्राप्त किए. उन्हें शुरू से ही भारतीय संविधान एवं राजनीति में दिलचस्पी रही थी.
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उन्होंने अपनी स्नातक (कला संकाय) में ‘Lady Shri Ram College For Women’ नई दिल्ली से उत्तीर्ण की ‘पढाई’ में शुरुआत से ही मेघावी होने के कारण वे ‘Student Of The Year’ भी बनी, साथ ही कॉलेज के दौरान होने वाली सभी गतिविधियों ‘वाद-विवाद, प्रस्तुतीकरण, खेल-कूद, आर्ट एवं क्राफ्ट’ आदि मे सक्रिय रूप से भाग लेती थी. राजनीति में रुचि एवं सक्रिय भागीदारी होने के नाते दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के 2012 के छात्रसंघ चुनाव में उन्हें ‘Vice Speaker’ बनाया.
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माँ बनी रोल मॉडल
टीना डाबी ने B.A. प्रथम वर्ष से ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी, इसके लिए इन्होने दिल्ली के एक कोचिंग मे भी दाखिला लिया. टीना डाबी के यूपीएससी के प्रति लगाव एवं समर्पण को देखते हुए, उनके भविष्य को उज्ज्वल एवं साकार करने के लिए उनकी माँ ने अपनी नौकरी से वॉलेंटरी रिटायरमेंट (VRS) लेने का फैसला लिया, जिससे उनकी तैयारी में किसी भी प्रकार का कोई व्यवधान न आये, माँ की इस पहल से हौसला पाकर टीना डाबी जी-जान से जुट गई UPSC की तैयारी में, जिसका की नतीजा आज हमारे सामने है.
साक्षात्कार के दौरान एवं अपने कई वक्तव्यों में भी टीना अपनी माँ को अपना रोल मॉडल स्वीकार कर चुकी है. वे बताती है, घर पर बचपन से ही पढाई का माहौल था. माता-पिता ने बच्चो को संस्कार दिए थे, साथ ही वे स्वयं भी UPSC की परीक्षा पास कर चुके थे. टीना की बचपन से ही 8-10 घंटे पढ़ाई करने की आदत थी, अत: उन्हें कभी नकारात्मकता एवं बोरियत महसूस नहीं हुई. लेकिन हां जब कभी वे अध्यन करते करते थक जाती थी, तब वे हल्का म्यूजिक सुनना, मधुबनी पेंटिंग (बिहार की प्रसिद्ध) एवं अपनी छोटी बहन रिया डाबी के साथ बात कर लिया करती थी.
टीना के माता-पिता के अनुसार कई बार उन्हें बोलना पड़ता था की लगातार अध्यन से थोड़ा ब्रेक ले लो.




चुनना चाहती थी हरियाणा कैडर लेकिन –
जैसा की टीना डाबी बताती है, अपनी माता-पिता की केवल वे दो पुत्रियां ही है – टीना एवं रिया, उन्होंने कभी भी दोनों को लड़को से कम नहीं समझा. साथ ही उन्होंने इन्हे इस प्रकार की शिक्षा दी की इस समाज में व्याप्त लैंगिक मतभेद, स्त्री दुराचार, पुरुष-प्रधान सोच आदि से ऊपर उठकर अपनी स्वेच्छा से जीवन की हर ऊंचाइयां छू सके.
इनके साथ ही दलित समुदाय (SC) होने के बाद भी कभी भी जात-पात, ऊंच-नीच, आरक्षण का लाभ इत्यादि कुरीतियों को दर-किनार कर सिर्फ और सिर्फ शिक्षा से उन पर विजय प्राप्ति की प्रेरणा दी. इसी वजह से जब उनका परिणाम 10 मई 2016 को आया था एवं उनकी दो वर्ष की ट्रेनिंग मसूरी में होने के पश्चात वे हरियाणा कैडर को चुनना चाहती थी, लेकिन हरियाणा कैडर में आरक्षित श्रेणी में दो ही पोस्ट थी, वे भी ST उम्मीदवार द्वारा पूरी हो गई थी. अत: उन्हें राजस्थान कैडर चुनना पड़ा.
हरियाणा कैडर चुनने के पीछे दो खास वजह भी थी. वे जानती थी की देश में सबसे ज्यादा लिंगानुपात की समस्या हरियाणा में ही है, वे इस पर कार्य करते हुए महिला-उत्थान एवं नारी सशक्तिकरण करना चाहती थी. साथ ही वे अपने गृह नगर-दिल्ली के पास ही रहना चाहती थी.
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Tina Dabi का पहली नजर का प्यार
टीना बचपन से ही चुलबुली, हंसमुख एवं दिलखुश मिजाज की रही है. उनके माता-पिता ने भी बच्चो के निर्णय पर कभी भी असहमति नहीं जताई.
टीना के प्यार और फिर शादी की कहानी भी बेहद फ़िल्मी एवं रोमांचक है. उनकी अपने बैचमेट ‘अतहर आमिर खान’ से प्यार अपनी पहली मुलाकात जो कि ‘पारितोषिक समारोह’ 2015 (DoPT-Department Of Personnal & Training) दिल्ली में ही हो गया था. अतहर आमिर खान ने उसी वर्ष UPSC परीक्षा में आल इंडिया दूसरी रैंक प्राप्त कि थी. पहली नजर का प्यार दोनों का उनके प्रशिक्षण के दौरान परवान चढ़ा. अपने प्रशिक्षण के दौरान दोनों ने रोम, नीदरलैंड एवं पेरिस कि यात्रा कि एवं जिंदगी के खुशनुमा पल व्यतीत किए.
दोनों कि शादी का किस्सा भी बेहद रोमांचक है. दोनों ही अपना-अपना प्रशिक्षण पूर्ण कर अपने-अपने कैडर स्थल पर कार्यरत थे. टीना अपनी शादी के निर्णय के समय भीलवाड़ा में SDM के पद पर कार्यरत थी. उसी दौरान 20 मार्च 2018 को उन्होंने जयपुर में कोर्ट मैरिज कि एवं पारिवारिक रिति-रिवाज के अनुसार 7 अप्रैल 2018 को पहलगाम क्लब, कश्मीर में वैवाहिक गठबंधन में बंधे.




Tina Dabi की कोरोना वारियर्स के रूप में पहचान
अभी हाल-फिलहाल जब देश एवं समूचा विश्व वैश्विक महामारी से परेशान चल रहा था. उस समय उनकी सूझ-बुझ, निर्णय कि तत्कालिकता एवं सुचारु कार्यप्रणाली की जमकर तारीफ़ हुई.
भीलवाड़ा SDM रहते हुए उन्होंने कोरोना मरीज एवं सुचना मिलते ही सभी अधिकारियो को निर्देश जारी कर जिले में सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की, उनकी पहल के दो दिन पश्चात सम्पूर्ण देश में लॉकडाउन की प्रक्रिया प्रारंभ की गई.
आकस्मिक लॉकडाउन के निर्णय को सही साबित करने हेतु उन्होंने जिलों के सभी कोरोना वॉरियर्स (पुलिस/प्रशासन/नागरिक संगठन/स्वास्थयकर्मी) सभी की टीम बना, उनसे मंत्रणा कर आगे की कार्यवाही सुचारु रखने की बात रखी, साथ ही सेनेटाईजेशन, क्वारंटाइन, आइसोलेशन, कानून व्यवस्था, रसद सामग्री, ट्रांसपोर्टेशन इत्यादि का भी बड़ी मुस्तैदी से जायजा एवं निरिक्षण किया.
अभी वर्तमान में राजस्थान सरकार ने उनका तबादला भीलवाड़ा उपखण्ड अधिकारी (SDM) से जिला परिषद्, श्रीगंगानगर में चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) के पद पर किया है, किन्तु चुनाव आयोग के निर्देशानुसार 20 जुलाई तक पद-मुक्त नहीं करने का आदेश दिया है.
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अंतर्राष्ट्रीय संस्था BRICS CCI की सलाहकार नियुक्त
इस बीच हाल ही में उन्हें अंतर्राष्ट्रीय संस्था BRICS CCI (चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज) के यंग लीडर इनिशिएटिव में मानद सलाहकार (अवैतनिक) के रूप में सम्मानित किया गया है.
BRICS (Brazil, Russia, India, China, South Africa) देशो का एक संक्षिप्त रूप है, जो एक गैर-लाभकारी एवं गैर-सरकारी संगठन है. इसका मूल संगठन चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स (CCI) है जो इन देशो में वाणिज्य एवं उद्योग को बढ़ावा देने का कार्य करता है.
BRICS (CCI) भारत सरकार के सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत निकाय है. साथ ही यह निकाय भारत सरकार के उच्चतम निति-निर्माण आयोग के साथ मिलकर कार्य करता है, एवं यह निकाय संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त है.
इतनी व्यस्तता होते हुए भी टीना डाबी सोशल मीडिया का भी भरपूर इस्तेमाल करती है. उनके फॉलोवर्स उन्हें उनके सोशल अकाउंट (ट्विटर/फेसबुक/इंस्टाग्राम) पर विभिन्न प्रकार के कमेंट/लाइक एवं शेयर करते रहते है. वे भी अपनी कार्य की व्यस्तता के पल, फुर्सत के क्षण आदि को पोस्ट करती रहती है.
टीना डाबी की कहानी उन सभी महिलाओ के लिए प्रेरणास्त्रोत है, जो जीवन में कुछ करना चाहती है. अपने सपनो को साकार होते हुए देखना चाहती है. उनका एक सपना है वे कैबिनेट सेक्रेटरी बनना चाहती है, भारत सरकार में.
अंत में टीना डाबी एक साहसिक, निडर, परिस्थिति के अनुसार निर्णय लेने में सक्षम अधिकारी के रूप में देखी जाने वाली महिला IAS अधिकारी है. उन्हें प्रशिक्षण के पश्चात भी 29 जून 2018 को राष्ट्रपति से गोल्ड मैडल प्राप्त हुआ था.