“अगर ख्वाईश कुछ अलग करने की है तो दिल और दिमाग के बीच बगावत लाजमी है.”
SUPRIYA SABU SUCCESS STORY : आज की कहानी एक ऐसी युवा लड़की सुप्रिया साबू (SUPRIYA SABU) की है जिसने अपनी विज्ञापन कंपनी बनाने का सपना देखा था. किन्तु जब इनके पिता को इनके सपने के बारे मे पता चला तो उन्होंने इनके सामने एक शर्त रख दी की या तो वह एक साल के अंदर स्वयं को साबित करे या फिर अपने पिता की बात मानते हुए शादी कर ले.
सुप्रिया ने अपने पिता की इस शर्त को कबूल करते हुए स्वयं को साबित करने के लिए जी जान लगा दी ओर आज अपने हौंसले ओर मेहनत के दम पर वह विज्ञापन इंडस्ट्री का जाना-माना नाम बन चुकी है.
SUPRIYAA SABU का विज्ञापन कंपनी का सपना
सुप्रिया ने कुछ साल पहले जब इस आंत्रप्रेन्यर जगत में कदम रखा था तब उस समय वहा के हालात बहुत खराब थे, इस फील्ड मे उन्हे लोगों के असहयोग की प्रवृति और कठोर नीतियों के कारण से बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. सुप्रिया शुरू से ही एक आशावादी विचारधारा वाली लड़की थी इसलिए इन्होंने अपने फील्ड मे आने वाली तमाम कठिनाइयों के बावजूद अपने द्वारा तय किए गए लक्ष्य को जिन्दा रखा और अपने सपने को पूरा करते हुए अपनी कंपनी बनाई.
सुप्रिया ने वर्ष 2009 में अपनी पहली कंपनी मास्टर-स्ट्रोक्स एडवरटाइजिंग का शुभारंभ किया. सुप्रिया ने फाइन आर्ट्स की पढ़ाई करते हुए डिग्री ली थी और इसके बाद वे इसी फील्ड मे कुछ रचनात्मक कार्य करते हुए अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहती थी. सुप्रिया ने इस ओर अपने कदम बढ़ाते हुए अपनी कंपनी खुद के बचत किये हुए 5000 रुपये की बहुत ही छोटी रकम से इसकी शुरुआत की.
जब बैंक से लोन लेते वक्त पिता ने रखी शर्त
सुप्रिया को अपने सपने को पूरा करने ओर कंपनी को चलाने के लिए पैसों की जरूरत थी ऐसी स्थति मे इन्होंने बैंक से लोन लेने की तैयारी की किन्तु बैंक लोन के लिए उन्हे एक गारंटर की आवश्यकता थी.
इन्होंने जब अपने घर पर पिता से बैंक लोन के लिए पर्सनल गारंटी के लिए कहा तो इनके पिता ने अपनी बेटी की लगन और आशावादी सोच का सम्मान करते हुए अपनी स्वीकृति दे दी और सुप्रिया को एक साल तक कंपनी चलाने के लिए जितनी धनराशि की जरुरत थी उसे पूरा कर दिया किन्तु इसके साथ ही उन्होंने सुप्रिया के सामने एक शर्त भी रख दी.
सुप्रिया के पिता ने उनके सामने यह शर्त रखी की या तो वो इस एक साल में उन्हे अपने बिजनेस मे सफल होकर दिखाए, ओर अगर वे ऐसा नहीं कर पाती है तो अपनी कंपनी को बंद करते हुए उनकी बात मानते हुए शादी कर ले.
अपनी इच्छाशक्ति के दम पर हासिल की सफलता
सुप्रिया ने अपने पिता के चेलेंज को स्वीकार करते हुए स्वयं को साबित करने के लिए मेहनत करना शुरू कर दिया ओर अपने सभी ग्राहकों को अपने लचीले नियम और शर्तों द्वारा प्रभावित करते हुए बड़े-बड़े टेंडर हासिल किये. सुप्रिया की एक खासियत यह भी है की ये अपने कर्मचारियों की बहुत मदद करती हैं और उन्हें अपने तरीके से काम करने की पूरी छूट देती हैं.
इनकी कंपनी में दूसरी कंपनियों से उलट घर जैसा माहौल होता है. अपनी इन्ही खसियतों कि वजह से इनकी कंपनी ने बहुत जल्द ही वृद्धि की और सफलता की ऊंचाइयों को छुआ.
सुप्रिया ने अपनी कंपनी शुरू करने के बाद जल्द ही अपने मजबूत संकल्प, इच्छाशक्ति और लगन के कारण बहुत जल्द ही गवर्नमेंट के साथ-साथ बड़े प्राइवेट सेक्टर के ग्राहकों का भी विश्वास जीत लिया. इनको प्रोजेक्ट देने वाली कंपनियों मे आइएनएसए, निब्सकॉम, हिताची, सैमसंग, राठी स्टील बार्स जैसी बड़ी कंपनियां हैं.
इनकी कंपनी विज्ञापन के साथ-साथ ग्राफ़िक, वेब-डिजाइनिंग, मार्केटिंग, आइडेंटिटी डेवलपमेंट, कॉर्पोरेट प्रेजेंटेशन, पोर्टल डिजाइनिंग, डिजिटल मार्केटिंग, फोटोशॉप जैसी कई सेवाए लोगों को प्रदान करती है.
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SUPRIYA SABU ने E-COMMERCE मे भी बढ़ाए अपने कदम
विज्ञापन के क्षेत्र मे भारी सफलता के बाद सुप्रिया ने इ-कॉमर्स (E-COMMERCE) सेक्टर में भी हाथ आजमाते हुए अपनी एक इ-कॉमर्स कंपनी भी वर्ष 2012 में खोली. यहा पर भी इनके मेहनत के कारण कंपनी का विस्तार लगातार बढ़ने लगा और इनकी कंपनी ने उत्तर भारत के 14 शहरों में बड़ा इन्वेस्टमेंट किया है.
वतमान समय मे उनके ई-बिज़नेस की कमाई बढ़कर 50 करोड़ से अधिक हो गई है. विज्ञापन के ओर इ-कॉमर्स के बाद सुप्रिया अब मूवी प्रोडक्शन और वर्ल्ड ऑफ़ मिडिया के क्षेत्र मे भी धीरे-धीरे अपने कदम बढ़ा रही है. सुप्रिया इस क्षेत्र मे काम करते हुए इस फील्ड के जाने-माने लोगों के साथ मिलकर एक अच्छे प्रोजेक्ट की रूपरेखा भी तैयार कर रही है.
सुप्रिया ने बड़े ही धैर्य और दृढ़ता के साथ जीरो से शुरुआत करते हुए बिज़नेस क्षेत्र मे अपना नाम बनाते हुए लोगों के लिए एक उदाहरण पेश किया है. यह उनकी विनम्रता, लगन और काम के प्रति सच्ची निष्ठा ही है जिसने उन्हे आज इस मुक़ाम पर खड़ा कर दिया है कि 2016 में मात्र 5000 रुपये से शुरूआत करते हुए आज उनका बिज़नेस 50 करोड़ से ज्यादा तक पहुँच गया है ओर वह भी इतने कम समय मे.
सुप्रिया वर्तमान समय मे बड़े सपने देखने वाली युवा लड़कियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है जो कि अपनी जिंदगी मे एक सफल बिज़नेस वुमन बनना चाहती हैं और अपना नाम कमाते हुए देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान देना चाहती हैं.
ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.
तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…