“हौसला होना चाहिए, Business तो कभी भी शुरू किया जा सकता है ।”
SUCCESS STORY OF AKSHAY RUPARELIA : आज की यह कहानी भारतीय मूल के एक ऐसे ब्रिटिश लड़के अक्षय रुपरेलिया (AKSHAY RUPARELIA) की है जिसकी गिनती ब्रिटेन के शक्तिशाली उद्योगपतियों में होती है. 23 वर्षीय अक्षय को उनके दोस्त ‘एलेन शुगर’ के नाम से भी पुकारते हैं.
अक्षय रुपरेलिया के स्कूल के छात्र होते हुए ही इनकी गिनती ब्रिटेन के सबसे युवा अरबपतियों में होने लगी थी. अक्षय बिजनेस के साथ-साथ पढ़ाई मे भी बहुत होशियार है ओर वे अपने स्कूल के प्रोजेक्टस और असाइन्मेंटस को भी समय पर पूरा करते हुए सभी विषयों में A* और A ग्रेड लाए थे.
अक्षय रुपरेलिया की खास बात यह थी की जहा स्कूल के लंच ब्रेक के दौरान दूसरे बच्चे खेल के मैदान में फूटबॉल और अन्य खेल और मस्ती मे मशगुल रहते थे, उसी समय ये बड़ी ही खामोशी से अपने मोबाईल में बड़ी-बड़ी सम्पत्तियों का लेन-देन करने के लिए सौदेबाजी कर रहे होते थे.
भारतीय मूल के अक्षय रुपरेलिया ने स्कूल की पढ़ाई के दौरान ही doorstaps.co.uk वेबसाईट को बहुत ही कम समय मे तैयार कर लिया ओर अपनी शुरुआत के 16 महीने बाद ही इनकी यह वेबसाईट ब्रिटेन की 18 बड़ी रियल स्टेट एजेंसी में शामिल हो गई. अपनी इसी वेबसाईट के दम पर अक्षय ब्रिटेन के सबसे कम उम्र के अरबपति हैं. अक्षय की सफलता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है की साल 2017 मे उनकी कम्पनी का मूल्य 12 मिलियन पौंड (102 करोड़ रुपए) आँका गया था.
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AKSHAY RUPARELIA की फैमिली
अक्षय रुपरेलिया ने शुरुआत करते हुए स्वयं के लिए 500 पौंड की तनख्वाह से आरंभ किया था. जिसे बाद मे उन्होंने 1000 पौंड कर लिया. उन्होंने अपनी बचत से अपने माता पिता के लिए एक कार भी खरीदी. अक्षय का पारिवारिक बैकग्राउंड साधारण है ओर उनके पिता कौशिक (57) राॅयल मेल स्टोरिंग ऑफिस में एक केयर वर्कर के तौर पर काम करते हैं.
अक्षय की माँ रेणुका (51) दिव्यांग भी बच्चों के स्कूल में सहायक शिक्षिका के रूप मे कार्य करती हैं और साथ-ही-साथ कैमडेन कौंसिंल में बधिर बच्चों की भी मदद करती हैं. अक्षय के माता-पिता दोनों ही सुन पाने में असमर्थ हैं. अक्षय के अच्छे काम के कारण उन्हे अपनी कंपनी के विस्तार के लिए निवेशको नें 5 लाख पौंड की हिस्सेदारी दी.
रुपरेलिया ने अपनी पढ़ाई नार्थ लंदन स्थित क्विन एलिजाबेथ, बर्नेट लंदन से पूरी की हैं. उन्हें अपने कैरियर के शुरुआत मे स्कूल और काम के बीच संतुलन बना कर चलना होता था. उनके साथ पढ़ने वाले दोस्त उन्हें ‘ऐलेन शुगर’ के नाम से पुकारते है. ऐलेन शुगर एक समय मे ब्रिटेन के बहुत बड़े पूंजीपति और ‘अप्रेंटिश’ कार्यक्रम के सितारे रहे थे. अक्षय के द्वारा स्थापित इनकी एजेंसी सम्पत्ति का सौदा करवाती है, वह मार्केट मे इस क्षेत्र की अन्य अजेंसियों की तुलना में बहुत ही कम हिस्से पर काम करते हैं. इनकी कंपनी परिसंपत्तियों के सौदे के लिए मात्र 99 पौंड का शुल्क लेती है, वही इनकी तुलना मे अन्य एजेंसीयाँ 800 से 1000 पौंड तक वसूल करते हैं.
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7 हजार पौंड के उधार से की शुरुआत
अक्षय की पारिवारिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण उन्हे अपनी वेबसाईट बनवाने के लिए अपने रिश्तेदारों से धनराशि उधार लेनी पड़ी थी और उन्होंने 7,000 रुपये की उधारी से अपनी वेबसाईट की शुरुआत की थी. प्रॉपर्टी के इस बिजनेस की शुरुआत मे अपनी स्कूल की पढ़ाई के कारण उन्हे कॉल सेंटर की मदद लेनी पड़ी थी. वे कॉल का जवाब स्कूल से छूटने के बाद दिया करते थे.
अक्षय कहते हैं कि उन्हें अपने पहले ग्राहक के पास जाने के लिए अपनी बहन के एक पुरुष मित्र को 40 पौंड भाड़े पर ले कर जाना पड़ा था. उनका पहला ग्राहक सुसेक्स का रहने वाला था, ओर वह अपने घर को 485,000 पौंड और उसी के साथ एक अन्य भू-संपत्ति का सौदा 185,000 पौंड में करना चाहता था.
अक्षय को उस ग्राहक की इन संपत्तियों की तस्वीरें लेने के लिए वहाँ जाना पड़ा था. जब उन्होंने इस बिजनेस की शुरुआत की तो उस वक्त उनके पास गाड़ी चलाने का लाईसेंस तक नहीं था. उन्होंने इस सौदे को 3 हफ्ते में ही 670,000 पौंड में बेच दिया.
लेते है सेल्फ एमपलॉयड मदर्स के नेटवर्क का सहारा
अक्षय अपनी कंपनी की संपत्तियों को बेचने के लिए सेल्फ एमपलॉयड मदर्स के नेटवर्क का सहारा लेते हैं जो की इनके ग्राहकों को प्रापर्टी दिखलाती है और उसके बारे मे डीटेल प्रोवाइड करवाती है. इससे उन्हें सूट-बूट पहने हुए महंगे कारों वाले सहायकों की आवश्यकता नहीं रहती है.
अक्षत की कंपनी की खास बात यह है कि वे प्रापर्टी बेचने के लिए हजारों पौंड वसूलने की जगह पर बहुत कम कीमत पर उनका सौदा तय करती है. अक्षय का मानना है कि ये महिलाये ईमानदार होती हैं और इनके ग्राहकों के सामने सच्चाई बयान करती हैं जो की रियल स्टेट बिजनेस के लिए सबसे महत्वपूर्ण बिन्दु है.
अगर किसी व्यक्ति को सफलता की इबारत लिखनी है तो उसके पास दृढ़ निश्चयी और मजबूत इरादों वाले परिपक्व दिमाग की आवश्यकता होती है. खुली आँखों से सपने देखने ओर अपने बिजनेस के अनोखे अँदाज के चलते अक्षय को उनकी प्रतिभा के लिए हर और से सम्मान प्राप्त हो रहा है. अक्षय आज के युवाओ के लिए आदर्श के पात्र है.
ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.
तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…