क्या आप जानते है बायोडाटा, CV और रेज्युमे, तीनों का ही इस्तेमाल किसी कैंडिडेट के बारे में जानकारी देने के लिए किया जाता है, लेकिन इन तीनों में कुछ अंतर है. ओर इंटरव्यू में आपसे यह सवाल के रूप में भी पूछा जा सकता है. जानिए इन तीनों में क्या है फर्क…
1/5
बायोडाटा, CV और रेज्युमे, तीनों का ही इस्तेमाल किसी कैंडिडेट के बारे में जानकारी देने के लिए किया जाता है, लेकिन इन तीनों में आपस मे अंतर है.
आपके लिए यह जानना आवश्यक है की इन तीनों में क्या फर्क है, क्योंकि किसी इंटरव्यू में आपसे यह सवाल के रूप में भी पूछा जा सकता है. इसलिए इनका मतलब जान लीजिए ताकि आपके पास इस सवाल का जवाब मौजूद हो…
ऊंट की पीठ पर कूबड़ वाला हिस्सा पानी के लिए नहीं, इस चीज के लिए इस्तेमाल किया जाता है
2/5
सबसे पहले समझते हैं की आखिर क्या होता है रेज्युमे. रेज्युमे में खासतौर पर कैंडिडेट से संबंधित एजुकेशन, एक्सपीरियंस और चुनिंदा स्किल्स की जानकारी होती है.
इसमें व्यक्ति की प्रोफाइल के बारे में बहुत ज्यादा डिटेल नहीं दी जाती. ओर यह सिर्फ एक या दो पेज का ही होता है. इसमें जेंडर, पिता का नाम, राष्ट्रीयता, जन्मतिथि और हॉबीज की जानकारी देना जरूरी नहीं होता.
यह भी पढे : एक ही रूट की ट्रेनों में क्यों होता है अलग-अलग किराया, कैसे तय होती है टिकट की कीमत
3/5
अब हम समझते हैं CV यानी CURRICULUM VITAE के बारे मे , यह शब्द लैटिन भाषा का है जिसका मतलब होता है, कोर्स ऑफ लाइफ. आसान भाषा में बात करे तो आपके जीवन का ब्यौरा.
रेज्युमे के मुकाबले इसमें व्यक्ति के बारे मे ज्यादा जानकारी दी जाती है. इसमे जितनी जानकारी रेज्युमे में दी गई है उसके अलावा विशेष स्किल्स, पिछले अनुभव और प्रोफाइल्स की डिटेल में जानकारी दी जाती है. आमतौर पर रएज्युमे 3 पेज का होता है, लेकिन इसमे व्यक्ति के अनुभव के आधार पर पेज बढ़ाए जा सकते हैं.
4/5
बायोडाटा का मतलब है बायोग्राफिकल डाटा. इसका ज्यादा इस्तेमाल 80 और 90 के दशक में किया जाता था. आमतौर पर बायोडाटा में कैंडिडेट के बारे में बेसिक जानकारी दी जाती है. इसमें कैंडिडेट की जन्मतिथि, धर्म, जेंडर, पता और विवाहित हैं या नहीं जैसी जानकारी शामिल होती हैं. ओर अगर सही मायने बताए तो इसका इस्तेमाल जॉब के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
5/5
वर्तमान में वीडियो रेज्युमे काफी ट्रेंड में है. कई कंपनियां कैंडिडेट से अपनी वीडियो रेज्युमे भेजने के लिए कहती हैं.
यह एक तरह का वीडियो होता है, ओर इसमें एक से दो मिनट के अंदर आपको अपने बारे में, अपने अनुभव के बारे में और स्किल के बारे में जानकारी देनी होती है. इसलिए यह वीडियो बनाते समय यह तय कर लें कि आपको इस दौरान सिलसिलेवार क्या कहना है.
यह भी पढे : RAVINDRA KISHORE SINHA : एशिया के सबसे बड़े सिक्योरिटी सर्विस प्रोवाइडर, सालाना है 8000 करोड़ का टर्नओवर