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SUCHI MUKHERJEE : मैग्जीन में छपी ज्वैलरी देखकर आया बिजनेस आइडिया आज है 900 करोड़ रूपये से ज्यादा का कारोबार

“जिनके सफर खूबसूरत होते है वो मंजिल के मोहताज नहीं होते”

SUCHI MUKHERJEE SUCCESS STORY : सूचि मुखर्जी (SUCHI MUKHERJEE) को वर्तमान समय में किसी पहचान की आवश्यकता नहीं है. इन्होने एक ऐसा फैशन-लाइफस्टाइल पोर्टल लाइमरोड (limeroad.com) बनाया है जो दुनियाँ भर में इंडिया में बने बेहतरीन प्रोडक्ट्स के कलेक्शन को प्रदर्शित करता है.

इनके ऑनलाइन पोर्टल की सबसे बड़ी खासियत यह है की इस पोर्टल ने देश के करीब 2 करोड़ छोटे कारोबारियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाते हुए उनके काम को विश्व पटल तक पहुंचाया है. इस पोर्टल की यही सबसे बड़ी खासियत बेहद क्रांतिकारी साबित हुई और आज यह पोर्टल भारत में विशेष रूप से महिलाओं के लिए सबसे बड़ा और फेवरेट ऑनलाइन फैशन-लाइफस्टाइल प्लेटफॉर्म बन चुका है.

SUCHI MUKHERJEE की EDUCATION और FAMILY

सुचि मुखर्जी का सम्बन्ध हरियाणा के मध्यमवर्गीय परिवार से है. सूचि का जन्म वर्ष 1973 मे हुआ था, अपनी स्कूली शिक्षा के बाद सूचि ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कालेज से कामर्स मे ग्रेजुएशन की है. इसके बाद उन्होंने लंदन स्कूल आफ इकनॉमिक्स से अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन कम्पलीट की. अब बात करते है सूचि की फैमिली के बारे में तो सूचि शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे भी है.

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SUCHI MUKHERJEE

सूचि का शुरुआती जीवन

सुचि मुखर्जी ने अपनी पढ़ाई ख़त्म करने के बाद लेहमन ब्रदर्स कंपनी में सीनियर एसोसिएट के रूप में पहली नौकरी की थी. इन्होने इस कंपनी में तकरीबन 5 साल से ज्यादा समय तक काम किया और इस दौरान टेलीकॉम मीडिया टेक्नोलॉजी और फाइनेंस इंस्टीट्यूशन की ओर अपना सम्पूर्ण फोकस किया।

अपने काम में निपुण होने के बाद उन्होंने वर्जिन मीडिया कंपनी में ‘डायरेक्टर फॉर चेंज एंड बिजनस डेवलपमेंट’ का पद संभाला. यहां पर दो साल तक नौकरी करने के बाद सुचि मुखर्जी ने ऑनलाइन वीडियो कॉल्स एप्लीकेशल ‘स्काइप’ और ई-कॉमर्स कंपनी ‘ईबे’ में भी काम करते हुए अपनी सेवाए दी.

इस दौरान सुचि ने अपनी लीडरशिप को साबित करते हुए मात्र दो साल में विज्ञापन पोर्टल “Gumtree” को उस समय में यूके (UK) का सबसे सफल पोर्टल बना दिया था.

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SUCHI MUKHERJEE

ऐसे आया बिजनेस आइडिया

सुचि मुखर्जी के बिज़नेस शुरू करने की कहानी भी काफी रोचक है. हुआ यूं कि एक बार सूचि लंदन में मैग्जीन पढ़ रहीं थीं. इसी दौरान उन्होंने उसमें एक ज्वैलरी देखी और उसे खरीदना चाहा, किन्तु वह ज्वेलरी वहा पर उपलब्ध नहीं होकर मुंबई (भारत) की छोटी दुकानों पर उपलब्ध थी. ऐसे में इतनी दूर से उसे खरीद पाना संभव नहीं था.

इस घटना ने सुचि को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि, क्यों न कोई ऐसी कंज्यूमर टेक्नोलॉजी बनाई जाए जिससे कि अच्छी एसेसरीज और प्रोडक्ट्स को आसानी से दुनियाँ भर में कही भी पाया जा सके. इस बारे में रिसर्च करने पर उन्हें पता चला कि उस समय भारत में निर्मित लाइफ स्टाइल से संबंधित प्रोडक्ट्स को विदेश में देखने और खरीदने का कोई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म नहीं था, जबकि उत्पादन की दृष्टि से देखा जाए तो भारत दुनिया का बड़ा हब है.

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सुचि ने जब इस बारे में ज्यादा रिसर्च की तो उन्हें पता चला कि दुनिया भर में लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स का करीब 20 करोड़ डॉलर का कारोबार है, लेकिन इसमें भारत की हिस्सेदारी सिर्फ 20 प्रतिशत ही है. आखिर में उन्होंने एक ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म की शुरुआत करने की सोची जहा पर भारत के छोटे-मंझोले कारोबारियों को अपने उत्पादों को बेचने का मौका मिल सके.

उस समय ब्रैंडेड चीजों को ऑनलाइन बेचने के लिए तो पहले से ही कई पोर्टल उपलब्ध थे, इसलिए उन्होंने नॉन-ब्रैंडेड चीजों पर काम करने का फैसला लिया और इस तरह से सूचि ने दृढ़ संकल्प होकर अपने मातृत्व अवकाश का सही इस्तेमाल करते हुए लाइमरोड डॉट कॉम की शुरुआत की.

वर्तमान समय में आज लाइमरोड पर कपड़े, एक्सेसरीज, होम फर्निशिंग प्रोडक्ट्स के 3 मिलियन से भी ज्यादा स्टाइल स्टेटमेंट्स मौजूद हैं. इसके अलावा इनके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लाइमरोड में मैट्रिक्स पार्टनर्स इंडिया तथा लाईट स्पीड वैंचर पार्टनर्स ने भी इन्वेस्टमेंट कर रखा है. आज लाइमरोड हर महीने करीब 30 लाख से ज्यादा का टर्नओवर कर रही है.

ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.

तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…

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