“कामयाबी तब आसान हो जाती है जब आप अपने शौक को ही अपना प्रोफेशन बना डालते है”
SHASHANK CHOUREY SUCCESS STORY : दुनिया में जितने भी बिलियनर हुए है वे सभी अपने शौक के प्रति एक अलग ही जूनून रखते थे और सभी ने अपने शौक को ही प्रोफेशन में बदला और अपनी किस्मत खोल दी इसी के साथ इन सभी में एक बात कॉमन थी वो यह की ज्यादातर इनमे से अपनी नार्मल एजुकेशन भी पूर्ण नहीं कर पाए है सभी के सभी ड्राप आउट थे.
आज की कहानी भी एक ऐसे ही शख्स की है जिनका नाम शशांक चौरे (SHASHANK CHOUREY) है. इनका जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था.
SHASHANK CHOUREY का बचपन ओर कम्प्यूटर के प्रति लगाव
शशांक चौरे को बचपन से ही कंप्यूटर के प्रति गजब का शौक और जूनून था. उनके इसी शोक की वजह से शशांक चौरे के माता-पिता भी चिंतित रहते थे की आगे जाकर इस लड़के का क्या होगा, लेकिन उन्हें तो कंप्यूटर के अलावा दुनिया में और कुछ और नज़र भी नहीं आता था.
इसी वजह से शशांक चौरे ने अपनी कॉलेज को बीच में छोड़ते हुए अपने शौक को ही प्रोफेशन के रूप में चुना और बना डाली स्वयं की कंपनी “इंडिया इन्फोटेक” जो की आज भारत में आईटी सेक्टर में जाना-माना नाम है.
शशांक चौरे को बचपन से ही कंप्यूटर कोड़िंग और हैकिंग में दिलचस्पी थी, इसी कारण उन्होंने एक कंपनी “क्रैकपॉल डॉट कॉम” में नौकरी की. इस कंपनी में उन्हें प्रति ई-मेल हैक करने के लिए 50 डॉलर का मेहनताना मिलता था.
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जॉब में तीन साल में 3 प्रमोशन
इसके बाद उन्होंने इंदौर की ही एक नामचीन आईटी कंपनी में वेब सिक्योरिटी कंसलटेंट की जॉब की जहा उन्हें कुछ ही वर्षो में तीन बार प्रमोशन मिला.
जब शशांक चौरे के इस कार्य की जानकारी इंदौर पुलिस को हुई तो उन्होंने भी कई बार साइबर क्राइम और हैकिंग के मामलों में शशांक की मदद ली.
पुलिस द्वारा जब इस प्रकार से शशांक से मदद मांगी गई तब शशांक को एहसास हुआ की वे कब तक दूसरे के यहाँ पर जॉब करेंगे. इस प्रकार से तो उनकी स्वयं की कोई पहचान नहीं बन पाएगी. बस फिर क्या था उन्होंने अपने टैलेंट को पहचानते हुए खुद का स्टार्टअप खोलने का फैसला किया.
और अपने इस आईडिया को अमल में लाते हुए वर्ष 2009 के अक्टुम्बर में उन्होंने अपने वेंचर की शुरुआत करते हुए “इंडिया इन्फोटेक” (India Infotech) नाम की कंपनी खोली. शशांक चौरे की कंपनी कंप्यूटर हैकिंग का काम करती थी, लेकिन उनके पास असली समस्या पैसो की थी.
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अपनी कम्पनी बनाने का IDEA
लेकिन तभी एक दिन शशांक को एक और आईडिया आया की क्यों ना अपनी कंपनी के द्वारा सर्विस को ही प्रोडक्ट बना कर सेल किया जाए, बस फिर क्या था शशांक लग गए अपने सर्विस को प्रोडक्ट के रूप में प्रमोट करने में और धीरे-धीरे उनका स्टार्टअप एक स्पेशलाइज्ड ई-कॉमर्स वेबसाइट डेवलपमेंट कंपनी में बदल गया और दुनिया भर के क्लाइंट्स को एसईओ (SEO) सर्विसेज उपलब्ध करवाने लगा.
धीरे-धीरे वे सफलता की एक-एक सीढिया चढ़ते गए और स्टार्टअप के मात्र 5 साल बाद ही उनके पास 10000 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स आ गए जिस वजह से उनकी कंपनी जो की मात्र 5 हज़ार रुपये से स्टार्ट हुई थी वह कंपनी बढ़कर 5 करोड़ का टर्न ओवर देने लग गई.
एक कॉलेज ड्राप आउट जिसने अपनी शिक्षा भी पूरी ना की हो आज की तारीख में अपने शौक को प्रोफेशन बना कर साइबर फील्ड में देश में अपना एक अलग ही मुकाम हासिल कर चूका है.
अंत में शशांक चौरे की कहानी बड़ी दिलचस्पी के साथ एक सीख देती है आज के उन युवाओ को जो दिशाहीन होकर उलझा रहता है की अपनी जिंदगी में क्या काम करे, यदि व्यक्ति जिस भी फील्ड में महारत रखता है, साथ ही बचपन से जिस काम के प्रति लगाव है अगर उसी को प्रोफेशन में बदल दे तो वह भी अपना एक अलग ही मुकाम बना सकता है.
ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.
तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…