HomeUPSCIAS PUSHPLATA : शादी ओर बच्चे की जिम्मेदारी के बावजूद कैसे पुष्पलता...

IAS PUSHPLATA : शादी ओर बच्चे की जिम्मेदारी के बावजूद कैसे पुष्पलता UPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त कर बनी आईएएस ऑफिसर

“जो प्रेरित होना चाहते हैं वो किसी भी चीज से हो सकते हैं ।”

SUCCESS STORY OF IAS PUSHPLATA : हमारे देश में अक्सर यह देखा गया है कि शादी के बाद महिलाओं पर इतनी ज्यादा जिम्मेदारियाँ या जाती है की उन्हे अपना करियर बनाने के बारे में सोचने तक का भी वक्त नहीं मिलता. आपको जितनी भी सफल महिलाये मिलेगी उनमे से ज्यादातर ऐसी ही महिलाये मिलेगी जिन्होंने अपनी शादी के पहले जो मुकाम हासिल कर लिया वही उनके लिए अंतिम होता है. क्योंकि शादी और खासकर बच्चे के बाद महिलाओ का ज्यादातर समय परिवार की जिम्मेदारियों में ही चला जाता है.

लेकिन आज की कहानी एक ऐसी महिला आईएएस ऑफिसर पुष्पलता (IAS PUSHPLATA) की है जिनको पढ़ाई छोड़े पांच साल से ज्यादा का समय हो गया ओर उनके दो साल का बच्चा भी था किन्तु इसके बावजूद उन्होंने इस स्टेज पर सिविल सर्विसेस (CIVIL SERVICE) एग्जाम देने की योजना बनाई. यही नहीं उनका इरादा इतना दृढ़ संकल्पित था की वे न केवल योजना बनती है बल्कि उसमे सफलता भी प्राप्त करती है.

हरियाणा की रहने वाली पुष्पलता ने साल 2017 में यूपीएससी (UPSC) परीक्षा को सिर्फ पास ही नहीं किया बल्कि उन्होंने इसमे 80वीं रैंक प्राप्त करते हुए उन्होंने खुद को टॉपर्स की सूची में भी शामिल किया.

किसी व्यक्ति के सफल होने के बाद लोगों को उसकी सफलता ही दिखाई देती है किन्तु उन्हे यह नहीं पता होता की वहां तक पहुंचने के उस व्यक्ति ने न जाने कितना संघर्ष किया होगा. पुष्पलता का जीवन इसका जीवित उदाहरण है जिसे पास से देखने पर आपको पता चलता है कि उनके जैसे हालातों में व्यक्ति के लिए सफलता पाना तो दूर बल्कि पढ़ाई करने की सोचना तक बहुत मुश्किल होता है.

किन्तु तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पुष्पलता ने एक बात पर विश्वास रखते हुए हमेशा अपनी तैयारी जारी रखी ओर वह बात यह है की  ‘अगर कोई चीज दिल से चाहो तो सच में सारी कायनात उसे आपसे मिलाने में मदद करने लग जाती है.’ एक इंटरव्यू में उन्होंने यह डायलॉग एक फिल्म में सुना ओर उसके बाद वह उनके मन मे छप गया ओर उन्होंने हमेशा इसे ही स्वयं को मोटिवेट करने का आधार बनाया. आइए जानते हैं पुष्पलता के सफलता के इस सफर के बारे में.

यह भी पढे : IPS APARAJITA RAI : बचपन में पिता को खोने के बावजूद बनी सिक्किम की पहली महिला आईपीएस अधिकारी

IAS PUSHPLATA

IAS PUSHPLATA का जन्म ओर शिक्षा (EDUCATION)

पुष्पलता यक जन्म हरियाणा राज्य के रेवाड़ी जिले के एक छोटे से गांव खुशबूरा में हुआ था. पुष्पलता बचपन से ही पढ़ाई मे बहुत होशियार थी ओर उनकी शुरुआती पढ़ाई यही से हुई. स्कूली शिक्षा के बाद इन्होंने आगे की शिक्षा उन्होंने अपने एक रिश्तेदार के घर में रहते हुए पूरी की. उन्होंने अपना पोस्ट ग्रेजुएशन कम्प्लीट करने के बाद एमबीए की डिग्री हासिल की ओर उसके बाद एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करने लगी.

प्राइवेट जॉब करते हुए ही पुष्पलता की शादी हो गयी और इस शादी के बाद उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया ओर इस तरह से एक सामान्य जीवन जी रही थी. घर की तमाम जिम्मेदारियों के साथ-साथ वे एक बैंक में काम भी कर रही थी. इस तरह एक साधारण जिंदगी जीते हुए उनका रुझान सिविल सर्विस की तरफ होने लगा ओर उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा देने का मन बना लिया.

IAS PUSHPLATA का यूपीएससी का सफर 

पुष्पलता का रुझान बचपन से ही पढ़ाई की ओर अधिक था उन्हे पढ़ना अच्छा लगता था किन्तु किसी व्यक्ति के एक बार पढ़ाई छूटने और पांच साल के गैप हो जाने के बाद दोबारा से पढ़ाई की शुरुआत करना आसान नहीं होता. पुष्पलता ने सिविल सर्विसेस देने की योजना तो बना ली किन्तु इसके बावजूद उन्हे खुद पर शक था क्योंकि उन्होंने इतने समय से पढ़ाई नहीं की थी ऐसे मे उनके मन मे सवाल घूम रहा था कि कैसे वे इस कठिन परीक्षा के लिए तैयारी कर पाएंगी.

पुष्पलता के मन मे यूपीएससी की तैयारी को लेकर चल रहे शंशय को देखते हुए उनके डॉक्टर पति ने उनका हौंसला बढ़ाया और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. पुष्पलता अपने यूपीएससी के सफर के दौरान के संघर्ष के बारे में बात करते हुए अपनी इस सफलता में उनके अपने पति ओर साल-ससुर के योगदान के बारे मे बताना कभी नहीं भूलती क्योंकि इस दौरान उन्हे उनके इनलॉज़ का बहुत सहयोग रहा वरना एक  परिवार और दो साल के बच्चे की जिम्मेदारी के साथ वे कभी सफलता हासिल नहीं कर पाती.

यह भी पढे : IAS ANURAJ JAIN : नौकरी छोड़कर चुनी यूपीएससी की राह, दूसरे प्रयास मे मिली सफलता

IAS PUSHPLATA

अपने बच्चे से दूर रह की UPSC की तैयारी

पुष्पलता ने साल 2015 में अपनी बैंक की नौकरी से इस्तीफा देते हुए सिविल सर्विस परीक्षा (Civil Service Exam) की तैयारी शुरू की. इस दौरान उनका डेली रूटीन काफी मुश्किल भरा रहा, क्योंकि पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें अपने 2 साल के बेटे की देखभाल भी करनी होती थी. ऐसे मे उन्होंने दोनों के बीच मे सामंजस्य बिठाते हुए अपने टाइम टेबल को इस तरह से तैयार किया की वे बिना वक्त खराब किए हुए यूपीएससी की तैयारी के लिए अधिक से अधिक समय दे सके. क्योंकि उनके पास समय और संसाधन दोनों ही काफी सीमित थे.

Financial Crisis के कारण की सेल्फ स्टडी

पुष्पालता ने यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करने के लिए अन्य Candidates की तरह सबसे पहले दिल्ली में Coaching करने के बारे मे सोचा था, लेकिन परिवार के वित्तीय संकट (Financial Crisis) को देखते हुए उन्होंने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करने के लिए कोचिंग करने का अपना निर्णय बदलते हुए सेल्फ स्टडी करने का निर्णय लिया. पुष्पालता ने बताया कि सेल्फ स्टडी करने के दौरान शुरुआती दिनों में उन्हें बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन इन सबके बावजूद उन्होंने इसके लिए अलग से समय निकाला और एक दिन में 10 से 12 घंटे पढ़ाई की.

यह भी पढे : IAS SPARSH GUPTA : बिना आंखों के देखा आईएएस ऑफिसर बनने का सपना और उसे किया साकार

IAS PUSHPLATA

UPSC ASPIRANTS के लिए पुष्पलता की सलाह –

पुष्पलता यूपीएससी की तैयारी कर रहे उन जैसे कैंडिडेट्स जो सुदूर स्थानों पर रहते हैं ओर जिनके लिए कोचिंग करना संभव नहीं होता. उनके बारे मे कहती है कि इस बात से उन्हे कतई परेशान नहीं होना चाहिए. वर्तमान समय मे सेल्फ स्टडी से भी आप कोचिंग से ज्यादा अच्छे से यूपीएससी की तैयारी कर सकते है.

पुष्पलता का मानना है कि वैसे समय में इंटरनेट ने हर प्रकार की दूरियां खत्म कर दी हैं. यूपीएससी सहित हर प्रकार परीक्षा की तैयारी के लिए जरूरी सभी प्रकार के रिर्सोस स्टूडेंट को ऑनलाइन मिल जाते हैं. इंटरनेट पर प्री से लेकर मेन्स और इंटरव्यू तक सबकी तैयारी का मैटेरियल आसानी से उपलब्ध है.

पुष्पलता का मानना है कि यूपीएससी की तैयारी के लिए मल्टीपल सोर्सेस का इस्तेमाल न करे. पुष्पलता का मानना है कि इस परीक्षा की तैयारी के लिए अपनी किताबें सीमित रखें किन्तु उन्हे अधिक से अधिक मात्रा मे बार-बार रिवाइज़ करें, क्योंकि किसी चीज को स्थाई रूप से याद करने मे यह सबसे यहां भूमिका निभाता है.

हर स्टूडेंट का नेचर ओर क्षमता अलग होती है ऐसे मे अपनी खुद की स्ट्रेटजी बनाएं ओर स्ट्रैटजी बनाते समय अपनी वीकनेस और स्ट्रेन्थ को ध्यान मे रखे. आप हर दिन के लिए गोल बनाएं और उन्हें पूरा करें. पुष्पलता का कहना है कि वे हर दिन के लिए तय करती थी कि आज उन्हे इतने चैप्टर्स खत्म करने हैं और रात तक ऐसा कर भी लेती थी हालांकि पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण उनका पढ़ाई का कोई शेड्यूल तय नहीं था.

यूपीएससी की तैयारी के दौरान पुष्पलता की सुबह चार बजे होती थी जल्दी उठने के कारण वे अपने बच्चे के उठने के पहले दो से तीन घंटे पढ़ाई कर चुकी होती थी. कुछ इसी तरह से वे पूरे दिन भर मे मौका निकालकर पढ़ती थी.

पुष्पलता खाना बनाने और बच्चा संभालने के टाइम को रिफ्रेशमेंट के तौर पर लेती थी और यह मानती थी कि इससे उन्हे पढ़ाई का ब्रेक मिल गया. यूपीएससी की तैयारी के दौरान उनके पति और परिवार के लोगों की भूमिका भी बहुत अहम भूमिका रहती थी. कुछ इस तरह से अपना सम्पूर्ण ध्यान लगाते हुए पुष्पलता ने यूपीएससी के लिए दिन-रात एक करते हुए अपने आईएएस बनने के सपने को साकार करके  ही दम लिया.

ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके. 

तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…

Explore more articles