AMAZING FACTS ABOUT TAJMAHAL : दोस्तों आप जानते है की कुतुब मीनार भारत की सबसे बड़ी मीनार है लेकिन क्या आप यह जानते है की ताजमहल कुतुब मीनार से भी ऊंचा है और ताजमहल को बनाने में कितने करोड़ रुपये खर्च हुए थे.
AMAZING FACTS ABOUT TAJMAHAL :
इतिहास अपने साथ के पन्नों में कई घटनाओं को समेटे हुए है. उन्ही मे से एक घटना है ताजमहल के बारे मे जुड़े फ़ैक्ट की. मुगल शासक शाहजहां का जन्म साल 1592 में 5 जनवरी के दिन हुआ था. जब-जब ताजमहल को याद किया जाता है तो उसके साथ शाहजहां को भी याद किया जाता है. इसी के साथ यह भी सत्य है की भारत का एक बड़ा आबादी वर्ग सिर्फ ताजमहल की वजह से ही शाहजहां को याद करता है. ताजमहल को बनाने के इतने सालों बाद आज भी शाहजहां के साथ ताजमहल की चर्चा हो रही है, क्योंकि शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल से इतना प्यार करते थे की उनकी याद में इसे बनवाया था. ताजमहल दुनिया में कारीगरी का एक सबसे बेहतरीन नमूना है.
तो चलिए आज शाहजहां के साथ-साथ कारीगरी के बेहतरीन नमूने ताजमहल के बारे में भी जानते हैं और आपको बताते हैं इससे जुड़ी कुछ ऐसी बातें, जिनके बारे में आप शायद नही जानते होंगे. तो आइए जानते हैं ताजमहल से जुड़े कई सुने-अनसुने तथ्य…
कितने दिन में बना था ताजमहल?
बादशाह शाहजहां के सपनों को मूर्त रूप देता हुआ यह स्मारक 1632 ए. डी. में निर्मित दुनिया के महान आश्चर्यों में से एक है और ताजमहल को बनाने में उस समय 22 वर्ष लगे थे. ताजमहल एक मकबरा है जिसका 17-हेक्टेयर (42 एकड़) भाग परिसर का केंद्रबिंदु है, इसमे एक मस्जिद के साथ एक गेस्ट हाउस भी शामिल है, इसे तीन तरफ एक अनियंत्रित दीवार से घिरे हुए औपचारिक उद्यान में बनाया गया है. ताजमहल के मकबरे का निर्माण वैसे तो 1643 में पूरा किया गया था लेकिन इससे जुड़ी हुई परियोजना के अन्य चरणों के कारण इसका काम 10 वर्षों तक जारी रहा.
ताजमहल का विशाल प्रवेश द्वार 151 फीट लम्बा और 117 फीट चौड़ा है ओर इस द्वार की ऊंचाई 100 फीट है. इस द्वार पर अरबी लिपि में कुरान की आयते तराशी गई हैं. ताजमहल मे स्थित मकबरे के अंदरुनी हिस्से में एक कमरा बना हुआ, इस मकबरे के नीचे एक तहखाना है और इसके नीचे शाही परिवारों के सदस्यों की कब्रों के लिए आठ कोनों वाले चार कमरे बनाए गए हैं. इस कमरे के ठीक बीच में शाहजहां और मुमताज़ महल की कब्रें हैं. इसमे शाहजहां की कब्र बांईं और अपनी प्रिय रानी की कब्र से कुछ ऊंचाई पर है जो की गुम्बद के ठीक नीचे स्थित है.
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ताजमहल को बनाने में कितना खर्चा हुआ?
यह माना जाता है कि ताजमहल कॉम्प्लेक्स को 1653 में लगभग 32 मिलियन रूपये होने की लागत से पूरा हुआ, जो की लगभग 52.8 बिलियन रुपये (2015 के अनुसार) है. ताजमहल की निर्माण परियोजना में सम्राट, उस्ताद अहमद लाहौरी के लिए अदालत के वास्तुकार के नेतृत्व में आर्किटेक्ट्स के बोर्ड के मार्गदर्शन में करीब 20,000 कारीगरों को रोजगार दिया गया.
कुतुब मीनार से भी लंबा है ताजमहल
आपको यह सुनकर थोड़ा अजीब जरूर लगेगा, लेकिन ताजमहल के बारे मे यह कहा जाता है कि यह कुतुब मीनार से भी लंबा है. इसके बारे मे हिस्ट्री, ब्रिटानिका और सरकारी वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, ताजमहल की लंबाई 73 मीटर है. वहीं, अगर हम कुतुब मीनार की बात करें तो इंडियन कल्चर की सरकारी वेबसाइट के अनुसार कुतुब मीनार की लंबाई 72.5 मीटर है. अगर लंबाई को फीट के अनुसार मापे तो ताजमहल की लंबाई 243 फीट हैं, वहीं कुतुब मीनार की लंबाई सिर्फ 239 फीट है. ऐसे में ताजमहल, कुतुब मीनार से थोड़ा सा अधिक लंबा है. वैसे देखे तो दोनों की लंबाई में ज्यादा फर्क नहीं है, लेकिन ताजमहल थोड़ा सा लंबा है.
क्या आप जानते है की तीन बार बिक चुका है ताजमहल
ताजमहल को लेकर कई कहानियां भी प्रचलित हैं और उन्मे से एक कहानी उसके बिकने की भी है. यह नहीं है कि ताजमहल को हकीकत में बेच दिया गया था. दरअसल, एक उस समय एक ठग काफी फेमस था, जिसका नाम था नटवरलाल. नटवरलाल भारत का एक ऐसा ठग था, जिसने लोगों को लालकिले, ताजमहल तक भी बेच दिये थे. नत्वरलाल ने ठगी करते हुए लोगों को उस समय ताजमहल तक का सौदा कर दिया था, इसलिए यह भी कहा जाता है कि ताजमहल को बेच भी दिया गया था.
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