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IAS NONGJAI MOHAMMAD ALI AKRAM SHAH : 2019 बैच से बने मणिपुर के दूसरे मुस्लिम आईएएस ऑफिसर

“बिना दुरी तय किये हुए कही दूर आप नहीं पहुंच सकते”

IAS NONGJAI MOHAMMAD ALI AKRAM SHAH SUCCESS STORY : UPSC 2019 के नतीजों के ऐलान के समय एक ऐसे व्यक्ति ने आईएएस परीक्षा पास की जिन्होंने अपने पिता के मरने के बाद की अपनी जिंदगी मे चेलेंजेस का सामना करते हुए यहा तक पहुचे है. ओर उस व्यक्ति का नाम है नोंगजई मौहम्मद अली अकरम शाह (IAS NONGJAI MOHAMMAD ALI AKRAM SHAH).

IAS NONGJAI MOHAMMAD ALI AKRAM SHAH ने ऑल इंडिया 188वीं रैंक हासिल की

इन्होंने यूपीएससी 2019 के रिजल्ट परिणाम मे 188 रैंक हासिल की है. इन्हे यह सफलता अपने चोंथे प्रयास मे प्राप्त हुई है. ये पिछले 3 सालों से लगातार यूपीएसएसी (UPSC) का एग्ज़ाम दे रहे थे लेकिन आखिर चौथे साल में इन्होंने कामयाबी हासिल की.

नोंगजई मौहम्मद अली अकरम शाह इम्फाल से दिल्ली आकर यहा के जामिया मिलिया इस्लामिया की रेजिडेंश‍ियल कोचिंग एकेडमी (RCA) में रहते हुए 2017 से यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे.

यूपीएससी की परीक्षा ओर संघर्ष

नोंगजई मौहम्मद अली अकरम शाह के लिए यूपीएससी की परीक्षा देना किसी जंग जीतने से बड़ा नहीं था. क्योंकि जब ये मात्र 6 साल के थे तब इनके वालिद (पिता) का इंतकाल हो गया. इनकी मां हाउस वाइफ हैं. पिता के इंतकाल के बाद मे इनके बड़े भाई ने इस जिम्मेदारी को निभाया, नोंगजई मौहम्मद अली अकरम शाह के बड़े भाई देश की केन्द्रीय एजेंसी सीआईएसएफ में हैं और हमारे मुल्क की खिदमत कर रहे हैं. 

नोंगजई मौहम्मद अली अकरम शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने बारे मे बताते हुए कहा कि उनकी बुनियादी तालीम (शुरुआती शिक्षा) इम्फाल से ही हुई और वे 2017 में इम्फाल से दिल्ली आए. यहां पर इन्होंने जामिया की रेजिडेंश‍ियल कोचिंग एकेडमी में रहते हुए तैयारी की और उन्हे यूपीएससी मे अपने चोथे प्रयास में कामयाबी मिल पाई.

अकरम शाह ने यूपीएससी में 188 वीं रैंक हासिल की है. इस परीक्षा को पास करने के साथ ही अकरम शाह मणिपुर से मुस्लिम तबके में दूसरे आईएएस अधिकारी होंगे.

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3 साल बाद जाएंगे अपने घर

नोंगजई मौहम्मद अली अकरम शाह ने अपने इंटरव्यू मे बताया कि वो पिछले 3 साल से अपने घर नहीं गए हैं और दिल्ली में रहकर ही यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे. अब जब उन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास कर ली है तो वे सबसे पहले अपने घर जाएंगे क्योंकि वहा के लोग अब उनका बड़ी ही बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं.

आपको यह बता दे कि इस बार यूपीएससी के रिज़ल्ट में 40 से ज्यादा मुस्लिम कैंडिटेड ने कामयाबी हासिल की है और इनमें 25 के लगभग स्टूडेंट रेजिडेंश‍ियल कोचिंग एकेडमी से अपनी यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे.

ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.

तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…

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