Fathers Day 2022 : रूस के फ्योडोर वासिल्येव जो की पेशे से एक किसान रहे उनके नाम 87 बच्चों के पिता होने का रिकॉर्ड है. फ्योडोर वासिल्येव की दो शादियां हुई थीं. दोनों पत्नियों से जन्मे बच्चों के द्वारा यह रिकॉर्ड बना, आइए जानते है, फ्योडोर की कहानी…
अगर आप से कोई पूछे की आमतौर पर एक पुरुष के कितने बच्चे हो सकते हैं, तो आप कहोगे 5, 10, 15 या 20, लेकिन इस धरती के इतिहास में एक ऐसा मामला भी सामने आया जब एक पुरुष 87 बच्चों का पिता बना. यह बात उस समय की है जब न तो सोशल मीडिया हुआ करता था और न ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया. इसलिए इस बात को लोगों तक पहुंचने में एक लम्बा अरसा लगा.
यह मामला रूस (Russia) का है वह समय था 18 शताब्दी का. शख्स का नाम है फ्योडोर वासिल्येव (Feodor Vassilyev). फ्योडोर पेशे से किसान थे. उनकी दो शादियां हुई थीं. दो पत्नियों से उनके कुल 87 बच्चे हुए. दोनोंं पत्नियों से हुए बच्चों को मिलाकर यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) बना. 1707 में जन्में फ्योडोर की कहानी लंदन की फेमस मैग्जीन में 1783 में पब्लिश हुई.
पहली पत्नी से पैदा हुए 69 बच्चे
मेंटल फ्लॉस की रिपोर्ट के अनुसार, फ्योडोर की पहली पत्नी 27 बार प्रेग्नेंट हुई. और इससे उन्हें कुल 69 बच्चे पैदा हुए. फ्योडोर वासिल्येव की पहली पत्नी से 16 बार जुड़वा बच्चे पैदा हुए और 7 बार तीन-तीन बच्चे यानी ट्रिप्लेट पैदा हुए. यही नही इसके अलावा पहली पत्नी को चार बार 4-4 बच्चे भी पैदा हुए. इस तरह फ्योडोर अपनी पहली पत्नी से 69 बच्चों के पिता बने. हालांकि कुछ समय बाद उनके एक जुड़वा बच्चों की मौत हो गई थी.
फ्योडोर ने की दूसरी शादी
फ्योडोर की पहली पत्नी का नाम वेलेंतीना वासिल्येव था. पहली शादी के कई सालों के बाद फ्योडोर ने दूसरी शादी की. दूसरी शादी के बाद फ्योडोर कुल 18 बच्चों के पिता बने. इनकी पत्नी ने 6 बार जुड़वा बच्चों को जन्म दिया और दो बार तीन-तीन बच्चों को जन्म दिया. इस तरह इनके 18 बच्चे हुए.
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, जीवनभर में फ्योडोर वासिल्येव के कुल 87 बच्चे पैदा हुए. इनमें एक जुड़वा बच्चों की मौत होने के बाद, उनके 85 बच्चे जीवित रहे. इतने बच्चे होने के कारण बाद में इनका नाम गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया था. सबसे चौंकाने वाली बात तो यह भी है कि उस दौर में आज की तरह इतनी आधुनिक मेडिकल सुविधाएं भी नहीं थीं, ऐसे में उनके इतने बच्चों को जन्म होना और उनका जिंदा रहना भी एक करिश्मे की तरह था.
लंदन की मैगजीन में कैसे प्रकाशित हुई इनकी कहानी
1783 में पहली बार फ्योडोर वासिल्येव की कहानी का जिक्र लंदन में प्रकाशित होने वाली फ़ेमस मैगजीन द जेंटलमैंस मैगजीन में किया गया. इंग्लैंड में फ्योडोर वासिल्येव के रिश्तेदार रहते थे. इनके इन्ही रिश्तेदार के कारण ही फ्योडोर वासिल्येव की कहानी मैगजीन में छपी और इस तरह यह लोगों तक पहुंची.
उस दौर में कम्युनिकेशन के सीमित साधन होने के कारण फ्योडोर वासिल्येव की कहानी को दुनियाँ के लोगों तक पहुंचने में एक लम्बा समय लग गया. मैगजीन में प्रकाशित उनकी कहानी में बताया गया कि रूस के एक किसान ने कैसे 87 बच्चे का पिता होने का अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. फ्योडोर वासिल्येव का जन्म 1707 में हुआ था और 1782 में उनकी मौत हुई थी.