ऊंट को जब आप देखोगे तो एक चीज जो आपको सबसे विचित्र सी नजर आएगी वो है इसकी पीठ. पीठ पर कूबड़ की तरह निकला हुआ हिस्सा देखकर सवाल उठता है यह कोई विकृति है या इसके शरीर का कोई हिस्सा. जानिए, इस हिस्से का असली काम क्या है? विज्ञान की भाषा में ऊंट के इस हिस्से को हम्प कहते हैं.
हम मे से कई लोगों का मानना है कि ऊंट पानी को स्टोर करने के लिए इस खास हिस्से का इस्तेमाल करता है, लेकिन ऐसा नहीं है. जानिए, इस हिस्से का काम क्या है?
ऊंट पर हुईं रिसर्च बताती हैं कि ऊंट हम्प का इस्तेमाल चर्बी को स्टोर करने के लिए करते हैं. अक्सर ऊंट इस चर्बी का इस्तेमाल गर्मी के मौसम में करता है, ऐसे समय मे जब आसपास भोजन और पानी नहीं मिलता. ऐसे मे यह इसी चर्बी के सहारे जीता है. सैनडिएगो चिड़ियाघर के एनिमल केयर सुपरवाइजर रिक कहते हैं, एक पूरे भरे हुए हम्प के सहारे ऊंट लगभग 4 से 6 महीने तक बिता सकता है.
यह भी पढे : सर्दी में गोंद के लड्डू तो आपने खूब खाए होंगे, क्या आप जानते हैं आखिर ये ‘गोंद’ बनता कैसे है?
रिक का कहना है की , जब ऊंट के पास पर्याप्त मात्रा में खाना और पानी मौजद होता है तो ये अधिक मात्रा मे खा लेते हैं. जब ये हिस्सा पूरी तरह से भर जाता है तो यह उठा हुआ नजर आता है. ओर खाने की कमी होने पर हम्प में मौजूद चर्बी ही इनके काम आती है.
इसलिए यह हिस्सा ऊंट के लिए स्टोरेज की तरह काम करता है.
अक्सर देखा गया है की कभी-कभी ऊंट का यह हिस्सा काफी उठा हुआ नजर आता है तो कभी इसकी ऊंचाई कम होती है. यह बदलाव हमे बताता है कि ऊंट के शरीर में कितनी कैलोरी या कितनी चर्बी मौजूद है, जो इमरजेंसी में यह इस्तेमाल कर सकता है. यही इसे इमरजेंसी में सर्वाइव करने में मदद करती है.
ज्यादातर ऊंट में एक हम्प पाया जाता है, लेकिन पश्चिमी चीन और सेंट्रल एशिया में पाए जाने वाले बैक्ट्रियन कैमल्स ऊंट में दो हम्प पाए जाते हैं. रिक का कहना है, शरीर में अतिरिक्त हम्प होने का यह मतलब कतई नहीं है कि ये 6 माह से अधिक समय बिना भोजन के बिना जी सकते हैं.