“थोड़ा डुबूंगा, मगर मैं फिर तैर आऊंगा, ऐ ज़िंदगी, तू देख, मैं फिर जीत जाऊंगा…”
Success Story Of IAS Pratyush Pandey : यूपीएससी परीक्षा में जहां एक और आम स्टूडेंट को सफलता प्राप्त करने में सालो लग जाते है तो कुछ स्टूडेंट इतने अधिक सौभाग्यशाली होते है कि अपने पहले ही प्रयास में इसमें सफलता प्राप्त करने में कामयाब हो जाते है.
आज की स्टोरी भी उन्ही में से एक प्रत्युष पांडे (IAS PRATYUSH PANDEY) की है जिन्होंने मात्र 24 साल की उम्र में यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में सफलता प्राप्त करते हुए अपने उस सपने को पूरा कर लिया जिसके बारे में अधिकतर स्टूडेंट सिर्फ़ कल्पना ही करते रह जाते हैं.
ज़्यादातर स्टूडेंट यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा में एक सफलता प्राप्त करने के लिए तरसते हैं वहीं प्रत्युष पांडे ने मात्र 24 साल की उम्र में अपने क्षेत्र की सबसे कठिन परीक्षा में पास होकर यह दिखा दिया कि वे इस संसार में केवल सफल होने के लिए ही बने हैं. हालांकि इसके पीछे उनकी सालों की तपस्या और कड़ी मेहनत भी थी फिर भी साल दर साल हर बार यूं ही सफल होते जाना आसान नहीं होता.
प्रत्युष पांडे ने कानपुर आईआईटी (IIT) से पहले अपना ग्रेजुएशन किया है और उसके बाद आईआईएम (IIM) अहमदाबाद से एमबीए (MBA). दोनों ही संस्थान अपने-अपने क्षेत्र में सर्वोत्तम माने जाते हैं. इसके बाद प्रत्युष पांडे ने अपने पीजी पूरा करने के साथ उसी साल अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी (UPSC) परीक्षा भी पास की.
इतना ही नही उन्होंने यह परीक्षा 21वीं रैंक के साथ टॉपर्स की सूची में भी शामिल होते हुए पास की. मार्च 2019 में उन्होंने पहले एमबीए किया और इसी साल वे आईएएस ऑफ़िसर भी बन गए. प्रत्युष पांडे की सफलता में कड़ी मेहनत और धैर्य के अलावा किन-किन चीजों का रहा योगदान, आइए जानते है…
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यूपीएससी की स्ट्रेटेजी सोच समझकर बनाए (IAS PRATYUSH PANDEY)
प्रत्युष पांडे ने अपने इंटरव्यू में यूपीएससी (UPSC) कि स्ट्रेटेजी के बारे में बात करने समय बताया की जब कभी भी आप यह तय करे कि आपको यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा देनी है तो आप तुरंत ही तैयारी के मैदान में कूदने की जल्जबाजी न करें. क्योंकि आपकी यही जल्दबाज़ी आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने में देर भी करा सकती है.
यूपीएससी परीक्षा के बारे में सबसे पहले सही डायरेक्शन चुनें ओर उसके बाद आगे बढ़ें. आपको इस परीक्षा के लिए सही डायरेक्शन चुनने के लिए स्वयं को समय देना होगा. इसके लिए प्रत्युष पांडे यही सलाह देते हैं कि आप किसी भी स्ट्रेटेजी पर अमल करने से पहले गूगल पर जाएं और कम से दस टॉपर्स के ब्लॉग अवश्य देखें.
आप इस दौरान यह देखें कि उन्होंने क्या स्ट्रेटजी फॉलो की थी, कैसे अपनी यूपीएससी की तैयारी की शुरुआत की थी और सबसे जरूरी आप यह जानें की यूपीएससी (UPSC) आखिर है क्या और इस परीक्षा को पास करने के लिए किस प्रकार की तैयारी की आवश्यकता होती है. इस परीक्षा के बारे में सब-कुछ जानने-समझने के बाद ही अपना अगला कदम उठाएं.
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ऐसे करे यूपीएससी की बुकलिस्ट तैयार
प्रत्युष पांडे यूपीएससी परीक्षा के बारे में कहते हैं कि सबसे पहले इस परीक्षा का नेचर समझने और स्ट्रेटजी कैसे बनानी है, यह जानने के बाद आपका अगला महत्वपूर्ण स्टेप है अपनी बुक लिस्ट तैयार करना.
प्रत्युष पांडे इस बारे में कहते हैं कि इन ब्लॉग्स पर आपको विषय के अनुसार बुक लिस्ट भी मिल जाएगी लेकिन इसके बावजूद आप किसी की भी बुक लिस्ट को ब्लाइंडली फॉलो न करें. हर साल अगर 800 स्टूडेंट्स यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा पास करते हैं तो वे 800 किताबों की लिस्ट आपको बताएंगे आप उनमे से कुछ कॉमन किताबों को सलेक्ट करे.
उसके बाद आपके लिए सबसे ज़रूरी यही होगा की कि आप थोड़े अपने एफर्ट भी लगाएं और अपने लिए बुक लिस्ट खुद तैयार करें. प्रत्युष इसी के साथ यह भी कहते हैं कि अगर कोई स्टूडेंट इतना भी नही कर सकता है तो उसको इस परीक्षा में बेठना ही नहीं चाहिए. इस परीक्षा की तैयारी के लिए आपको कुछ कॉमन किताबों के अलावा अपनी जरूरत को ध्यान में रखते हुए अपनी सूची बनानी चाहिए.
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इंटरव्यू के दौरान प्रत्युष अपनी बात करते हुए कहते हैं कि स्टूडेंट के लिए ऑप्शनल विषय का चुनाव करना भी एक बड़ा मुद्दा है इसका चयन भी कैंडिडेट को बहुत सोच-समझकर करना चाहिए.
स्टूडेंट चाहे तो इसके लिए भी मोटे तौर पर टॉपर्स के ब्लॉग को देख सकते हैं पर ब्लॉग देखते समय यह बात भी ध्यान रखे की जिस कैंडिडेट ने जो ऑप्शनल चुना होगा वह आपको सिर्फ़ उसके बारे में ही बता पाएगा. इसलिए आपके लिए बेहतर यही होगा की आप इसका चुनाव करते समय अपनी जरूरत और रुचि के साथ कुछ बिंदु हैं जिनका विशेष ख्याल रखें.
ऑप्शनल विषय का चुनाव करते समय सबसे पहले तो यह देख लें कि आपको उस विषय में इंट्रेस्ट है या नहीं क्योंकि आपको वह विषय दूसरे विषय की तुलना में लंबे समय तक पढ़ना है. ऐसे में अगर आप बोर होंगे तो पढ़ नही पाओगे.
दूसरी बात यह कि अगर आपके पास समय तैयारी के लिए की कमी है तो ऐसे ऑप्शनल विषय को चुनें जो दूसरे विषय की तुलना में थोड़े छोटे होते हैं. तीसरी अहम बात यह देख लें कि उस विषय का मैटीरियल बाज़ार या इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध है या नहीं.
कई बार कुछ कैंडिडेट्स ऐसा ऑप्शनल विषय चुन लेते हैं जिनका की उन्हें स्टडी मैटीरियल ही नहीं मिलता. ऐसे में आपको बाद में उसे बदलना पड़े उससे अच्छा होगा की आप पहले ही सब देख-परख लें ओर उसके बाद ही ऑप्शनल का चुनाव करें.
इस बारे में और जानकारी पाने के लिए भी आप टॉपर्स के ब्लॉग देख सकते हैं, आप चाहे तो पिछले साल के प्रश्न-पत्र भी देख सकते हैं और कुछ किताबें भी निकालकर देख सकते हैं ताकि उनके द्वारा आपको इस बात का अंदाज हो जाए कि आपको आगे क्या पढ़ना है.
कोई भी नया कैंडिडेट जो पहली बार यूपीएससी (UPSC) परीक्षा को देने की योजना बना रहा है अगर ऊपर दिए गए बिंदुओं को ऑप्शनल का चुनाव करते समय ध्यान रखता है तो उसकी यूपीएससी की तैयारी की शुरुआत सही दिशा में हो जाएगी. और शुरुआत सही होने से आधी जंग तो व्यक्ति ऐसे ही जीत जाता हैं. इसलिए सही शुरुआत जरूर करें और अपने कदम हमेशा सही दिशा में ही आगे बढ़ाएं.
ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.
तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…