AMAZING FACTS ABOUT RAMAYAN AND MAHABHARAT : उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में मेरठ शहर का बड़ा योगदान रहा है. देश का सबसे पहला शॉपिंग मॉल सेना द्वारा मेरठ कैंट क्षेत्र में ही खोला गया था. वहीं हिंदुस्तान लीवर का पहला कारखाना भी मेरठ में लगा था.
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जल्द ही नए वर्ष की सौगात मिलने जा रही है. जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की नींव रखने जा रहे हैं. मेरठ का इतिहास बहुत ही समृद्ध रहा है. इस शहर का संबंध रामायण और महाभारत काल से रहा है. त्रेतायुग की बात करे तो रामायण काल में यह रावण का ससुराल था वही द्वापरयुग यानी महाभारत काल में यह राजधानी हस्तिनापुर हुआ करता था.
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जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, मेरठ का प्राचीन नाम मयराष्ट्र था. यह रावण का ससुराल यानी मंदोदरी का यहां मायका भी रहा है. इसलिए यहां पर दशहरा के समय न राम के, अलावा रावण की भी पूजा भी होती है. कभी मेरठ का हिस्सा रहे बागपत में एक गांव का नाम ही रावण के नाम पर पड़ा है. इस गांव को रावण (बड़ा गांव) के नाम से जाना जाता है.
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महाभारत में जिस हस्तिनापुर राजधानी का जिक्र किया जाता है, वह मेरठ में ही पड़ता है. हस्तिनापुर के इसके अवशेष के रूप में वर्तमान में पांडव टीला मौजूद है. लाक्षागृह यानी लाह के महल में पांडवों को जलाने की साजिश रची गई थी, वह क्षेत्र मेरठ का हिस्सा रहे बागपत जिले के बरनावा में पड़ता है.
लाक्षागृह की गुफाएं इस बात का प्रमाण हैं, इसे पुरातत्व विभाग की ओर से संरक्षित किया गया है. यहां कर्ण मंदिर, द्रोपदी तालाब, पांडवेश्वर महादेव मंदिर विदुर कुटी वगैरह भी हैं, जो पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं.
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उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी मेरठ शहर का बड़ा योगदान रहा है. सेना द्वारा देश का पहला शॉपिंग मॉल मेरठ कैंट क्षेत्र में ही खोला गया था. इसके अलावा हिंदुस्तान लीवर का पहला कारखाना भी मेरठ में लगा था. यहां सरकारी और निजी मिलाकर करीब 10 औद्योगिक क्षेत्र संचालित हैं, जहां सुई से लेकर विमानों के पंखे तक बनते हैं.
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मेरठ के प्रमुख उद्योगों की बात करें तो खेल के सामान से लेकर, वाद्य यंत्र उद्योग, कृषि उपकरण, ट्रांसफार्मर उद्योग, ऑटोमोबाइल पार्ट्स, कलपुर्जे, सीमेंट उद्योग, फूड एंड बेवरेज, मीटेक्स प्लांट, टेक्सटाइल, कालीन, हैंडलूम, फिटनेस उपकरण, केमिकल प्लांट, सर्जिकल आयटम, दवा और फर्टिलाइजर्स इंडस्ट्री, कागज, कैंची उद्योग, चमड़ा उद्योग, फूड प्रोसेसिंग, स्टील इंडस्ट्री, प्रकाशन उद्योग, रबर कारोबार वगैरह यहां की अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाते हैं.
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