व्यक्ति के सफल होने की संभावना तब बढ़ जाती है, जब वो भविष्य की टेक्निक्स को तलाशते हुए उसमे महारथ हासिल कर लेता है.
JYOTI BANSAL SUCCESS STORY : आज हम बात कर रहे है भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान के अजमेर जिले के रहने वाले आईआईटीयन ज्योति बंसल (JYOTI BANSAL) की जिन्होंने जीवन में कई असफलताओ के बाद जीत का स्वाद चखा और वह भी ऐसा की अमेरिका की सबसे बड़ी आई टी कंपनी सिस्को ने अपना इंट्रेस्ट दिखते हुए ज्योति के स्टार्टअप ऍप डायनामिक्स को 25000 करोड़ में टेक ओवर कर डाला.
तकनीकी क्षेत्र मे भारतीयों का वर्चस्व
विश्व में जब भी आई टी सेक्टर (IT SECTOR) की बात होती है तो भारतीय युवाओ के योगदान को नाकारा नहीं जा सकता है, एक नहीं बहुत से ऐसे उदाहरण है जहां भारतीय युवाओ ने अपने तकनिकी ज्ञान के आधार पर सिमित संसाधनों के होते हुए भी कुछ बड़ा करने की चाह में कुछ ऐसा कर दिखाया की दुनिया देखती रह गयी, विश्व के तकनिकी क्षेत्र में भारतीयों का झंडा हमेशा से ही बुलंद रहा है.
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए राजस्थान के अजमेर जिले के एक युवा ने भी बचपन से एक सपना देखा था की जीवन में कुछ ऐसा काम जरूर करेंगे जिस से वे दुनिया को कुछ दे सके, ज्योति बंसल ने जिस स्टार्टअप की शुरुआत की वह आज की दुनिया के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रही है.
इनका बनाया गया सॉफ्टवेयर ‘ऍप डायनामिक्स’ विश्व की सभी कंपनियों जो डिजिटल रूप से काम करती है उन्हें एक प्लेटफार्म उपलब्ध करवाता है इनकी यह ऍप क्लाउड एप्लीकेशन बिजनस मॉनिटरिंग प्लेटफॉर्म से दुनिया की कई दिग्गज कंपनियों को उनके व्यापार और एप्लीकेशन में फायदा पहुचाता हैं.
JYOTI BANSAL की EDUCATION
ज्योति बंसल ने अपनी शुरूआती शिक्षा गृह जिले से पूरी करने के बाद आई टी के प्रति रुझान के चलते दिल्ली की आईआईटी से कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग पूरी की इसके बाद एक्सपीरियंस लेने के लिए सिलिकॉन वेल्ली बेंगलुरु में जॉब करना स्टार्ट किया.
इसके बाद H -1 वीज़ा के साथ अमेरिका चले गए जहां कई सारी आई टी कंपनियों में जॉब की, यहाँ भी ज्योति ने कई कंपनियों में काम करते हुए यह पाया की आने वाला समय डिजिटल का है ना चाहते हुए भी सभी बिज़नेस को इस प्लेटफार्म पर आना ही होगा यदि उन्हें कॉम्पिटिशन में बने रहना है.
जब VISA बना राह मे रुकावट
किन्तु उनका वीज़ा ही इनके लिए सबसे बड़ी बाधा साबित हो रहा था. वीज़ा के अनुसार ज्योति केवल अमेरिका में जॉब ही कर सकते थे अपना कोई बिज़नेस स्टार्ट नहीं कर सकते थे. उसके लिए ज्योति को ग्रीन कार्ड की आवशयकता थी इसके लिए 7 वर्षो का लम्बा इंतज़ार कर वर्ष 2007 में अपनी जॉब को अलविदा कह दिया और जुट गए अपने स्टार्टअप आईडिया में.
DYNAMIC APP की शुरुआत
यही से उन्हें आईडिया आया की क्यों ना एक ऐसा सॉफ्टवेयर या प्लेटफार्म डेवलप किया जाए जो सभी बिज़नेस को एक कॉमन प्लेटफार्म प्रोवाइड करे जहां वे अपने काम को डिजिटल रूप से आगे बढ़ा पाए. इसी सोच और सपने को पूरा करने की कोशिश में वे जुट गए और वर्ष 2008 में काफी संघर्ष और फेलियर के बाद अपना स्टार्टअप ‘ऍप डायनामिक्स’ नाम से स्टार्ट किया.
शुरुआत में लोगो को अपने एप के बारे मे समझाने और फण्ड जुटाने में उन्हे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा किन्तु लोगो को जब उनका विज़न समझ में आने लगा तो ज्योति बंसल का कारवा बढ़ता चला गया ओर धीरे-धीरे ज्योति बंसल ने अपनी पैठ जमाते हुए लोगो से फंडिंग लेना जारी रखा.
SISCO ने किया ‘TAKEOVER’
इस तरह से उनका खुद का स्टेक कंपनी में 14 फीसदी ही रह गया तब ज्योति ने और ज्यादा फण्ड जुटाने के लिए भारतीय शेयर बाजार में लिस्टिंग कर आईपीओ (IPO) के जरिये योजना बनाई इसी बीच अमेरिका की दिग्गज आई टी कंपनी ‘सिस्को’ ने उनके स्टार्टअप का अधिग्रहण 25000 करोड़ की डील के साथ कर लिया.
वर्ष 2016 की मशहूर मैगज़ीन फ़ोर्ब्स की लिस्ट में ज्योति बंसल का स्टार्टअप बिज़नेस ‘ऍप डायनामिक्स’ 9 रैंक पर था. इतनी कम उम्र में ज्योति बंसल ने यह मुकाम हासिल कर कई भारतीय युवाओ को राह दिखाई की यदि आप का आईडिया भविष्य की तकनिकी और विकास पर जुड़ा है तो जरूर सफलता मिलेगी.
ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.
तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…