“अगर जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो मेहनत पर विश्वास करें! किस्मत की आजमाईश तो जुए में होती हैं..”
TRISHNEET ARORA SUCCESS STORY : हमारे समाज मे यह देखा गया है की जो बच्चा पढ़ाई मे असफल हो जाता है उसके बारे मे यह आम धारणा बन जाती है की यह तो अपनी जिंदगी मे कुछ कर ही नहीं पाएगा. किन्तु आज हम एक ऐसे लड़के त्रिशनित अरोड़ा (TRISHNEET ARORA) की बात कर रहे है जिसने अठवी कक्षा मे अपनी पढ़ाई छोड़ दी ओर अपनी जिद ओर जुनून के बल पर वह कर दिखाया जो लोगों ने सोचा भी नहीं होगा.
त्रिशनित ने महज 22 साल की उम्र में करोड़ों का कारोबार खड़ा कर यह साबित कर दिखाया कि यदि व्यक्ति की ऊँची सोच, दृढ़ इच्छा-शक्ति और दिल में कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो इस दुनिया का कोई भी शख़्स कठिन-से-कठिन काम को भी आसानी से कर सकता है. यही नहीं आज सीबीआई, रिलायंस और अमूल जैसी दिग्गज आर्गेनाईजेशन भी त्रिशनित के इशारे पर चलती है.
28 वर्ष के त्रिशनित वर्तमान समय मे दुनिया के एक जाने-माने साइबर सिक्यूरिटी एक्सपर्ट हैं, त्रिशनित करोड़ों का कारोबार करने वाली साइबर सिक्यूरिटी फर्म टीएसी सिक्यूरिटी (TAC Security) के सीईओ हैं.
TRISHNEET ARORA का बचपन
त्रिशनित का जन्म लुधियाना के एक मध्यम-वर्गीय परिवार में हुआ ओर इनका पूरा बचपन भी यही पर बीता. त्रिशनित की दिलचस्पी बचपन से ही पढ़ाई में कम और कंप्यूटर में ज्यादा थी. वे पूरे दिन कंप्यूटर में हैकिंग सीखते रहते ओर इसी वजह से त्रिशनित की बिलकुल भी पढ़ाई नहीं हो पाती और इसी वजह से वे 8वीं में फेल हो गये.
त्रिशनित इसके पीछे का कारण बताते हैं कि मे कम्प्यूटिंग की पढ़ाई करने में इतना व्यस्त हो गया कि इस कारण से मैंने बाकी विषयों की पढ़ाई ही नहीं की, मैंने उस समय दो पेपर नहीं दिए और इस कारण से फेल हो गया.
जब त्रिशनित की आठवीं का रिजल्ट आया तो उन्हे माता-पिता से डांट पड़ी ओर वे अपने दोस्तों के बीच उपहास का पात्र भी बने लेकिन इसके बावजूद त्रिशनित ने हार नहीं मानी और कंप्यूटर में अपनी रूचि को बरकरार रखते हुए रेग्युलर पढ़ाई छोड़कर 12वीं तक की पढ़ाई कॉरेस्पॉन्डेंस से करने का फैसला किया.
यह भी पढे : MAHIMA MEHRA : अनोखे स्टार्टअप (हाथी छाप) की कामयाबी की कहानी, हाथी के गोबर से हो रही है करोड़ों की कमाई
कंप्युटर हैकिंग मे कैरियर बनाने का निश्चय किया
त्रिशनित का रुझान कंप्यूटर मे था इस कारण से उन्होंने इसमे ही अपना करियर बनाने का निश्चय किया और इसके लिए दिन-रात नई-नई जानकारियां इकठ्ठा करनी शुरू कर दी. पढ़ाई मे औसत होने के चलते शुरुआत में इन्हें कोई भी गंभीरता से नहीं ले रहा था लेकिन अपनी रुचि ओर लगन के दम पर उन्होंने हैकिंग में अपनी पकड़ को मजबूत बनाते हुए यह साबित कर दिखाया कि कैसे विभिन्न कंपनियों का डाटा किस प्रकार से चुराया जा रहा है इसके साथ उन्होंने वर्तमान में हैकिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों के बारे मे भी पता लगाया.
त्रिशनित ने जब Ethical hacking और साइबर सिक्योरिटी के बारे में बहुत कुछ सीख लिया तो उन्होंने अपनी इस नॉलेज को लोगों के साथ शेयर करने के लिए एक किताब लिखी. उनके द्वारा लिखी गई पहली किताब को लोगों से अच्छा रेस्पॉन्स नहीं मिला किन्तु उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दूसरी किताब the hacking era पर काम करना शुरू किया ओर यह किताब फरवरी 2013 में पब्लिश हुई ओर इसी समय त्रिशनित ने अपनी खुद की कंपनी TAC सिक्योरिटी सलूशन भी शुरू करने के बारे मे सोचा.
वक्त के साथ धीरे-धीरे त्रिशनित के काम को सराहना मिलनी शुरू हो गई और हैकिंग की दुनिया में इनका नाम ऊपर होना शुरू हो गया. इसके बाद मे त्रिशनित ने सिर्फ 21 साल की उम्र में एक साइबर सिक्यूरिटी फर्म की स्थापना कर दी.
यह भी पढे : NIKESH ARORA : जिसे कभी अनेकों कंपनियों ने किया था ख़ारिज, आज सैलरी है करीब 900 करोड़ रुपये
त्रिशनित आईपीएस ऑफिसर ओर सीबीआई के साथ काम कर चुके है
त्रिशनित ने 2013 में गुजरात में आयोजित बिजनेस रिलेशन कॉन्फ्रेंस में उस उस वक्त के फाइनेंस मिनिस्टर यशवंत सिन्हा के सामने स्पीच दी त्रिशनित की इस स्पीच को सुनने के बाद कुछ सीनियर पुलिस ऑफिसर्स ने उन्हें अपने क्राइम ब्रांच में वर्कशॉप करने के लिए इन्वाइट किया. इसके बाद त्रिशनित पुलिस के साथ साइबर क्राइम केस पर भी काम करने लगे ओर इनके काम से प्रभावित होकर पंजाब पुलिस ने भी उन्हें साइबर क्राइम इन्वेस्टीगेशन और फॉरेंसिक ट्रेनिंग सेशन के लिए बुलाया.
तब से लेकर आज तक trishneet कई IPS ऑफिसर, क्राइम ब्रांच cell officials, के अलावा सीबीआई ऑफिसर के भी साथ काम कर चुके हैं. 2014 में उन्हें पंजाब के चीफ मिनिस्टर प्रकाश सिंह बादल ने पुलिस की मदद ओर अच्छे काम के लिए स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया. इसी के साथ बाद मे उन्हें पंजाब पुलिस एकेडमी के रूप में IT advisor के रूप में भी नियुक्त किया गया. जिस वक्त त्रिशनित को IT advisor के रूप मे नियुक्त किया उस समय वे केवल 17 साल के थे.
वर्तमान समय मे वे रिलायंस, सीबीआई, पंजाब पुलिस, गुजरात पुलिस, अमूल और एवन साइकिल जैसी कंपनियों को साइबर से संबंधित सर्विसेज दे रहे हैं.
त्रिशनित की कंपनी टीएसी ने अपने काम के द्वारा दुनिया भर की 50 फॉर्च्यून कंपनियों के साथ 500 से ज्यादा कंपनियों को भी अपना क्लाइंट बनाया है. आज त्रिशनित की कंपनी के भारत के अलावा दुबई और यूके में भी ऑफिस हैं, ओर इनकी कंपनी का सालाना टर्न-ओवर करोड़ों रुपयों में है.
जिस उम्र में जहा अन्य साधारण बच्चे पढ़ाई करते हुए अपनी जिंदगी का लक्ष्य निर्धारित करने के बारे मे सोचते रहते हैं उस उम्र में त्रिशनित कुछ अलग करते हुए करोड़ों रुपये की कंपनी खड़ी कर पूरी दुनिया में अपना ओर देश का नाम ऊंचा कर रहे है. त्रिशनित की सबसे खास बात यह है कि इन्होंने इतना सब कुछ सिर्फ सेल्फ स्टडी और इंटरनेट से प्राप्त जानकारियों की बदौलत कर दिखाया है.
ओर एक बात ओर आप इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करे ताकि लोग इससे प्रेरणा ले सके.
तो दोस्तों फिर मिलते है एक और ऐसे ही किसी प्रेणादायक शख्शियत की कहानी के साथ…